साल 2016 देश के स्मार्टफोन कारोबार के लिए रोचक प्रतिस्पर्धा से भरा रहा. देश में करीब 25 करोड़ स्मार्टफोन यूजर हैं. 2016 के अंत तक यह संख्या 28 करोड़ तक पहुंच सकती है. यूजर्स के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है. स्मार्टफोन इंडस्ट्री के कई रिकॉर्ड एक बार फिर लिखे जाने के लिए तैयार है.
2016 की शुरुआत में कई नए स्मार्टफोन लॉन्च हुए. दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी ने जी5 तथा टीसीएल ने टीसीएल 560 मॉडल लॉन्च किया. ये दोनों स्मार्टफोन यूनिक-आई-वेरिफिकेशन फीचर से लैस थे. इसके बावजूद मार्केट में इनका नाम सुनने को भी नहीं मिला.
कोरिया से सैमसंग
फिर दक्षिण कोरिया की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी सैमसंग ने मार्च में अपना महत्वाकांक्षी स्मार्टफोन गैलेक्सी एस7 तथा कर्व्ड स्क्रीन वाला गैलेक्सी एस7 एज लॉन्च किया. इनकी कीमत क्रमश 48,900 रुपये तथा 56,900 रुपये रखी गई.
ये दोनों स्मार्टफोन डिजाइन, इमेजिंग, सॉफ्टवेयर तथा कनेक्टिविटी के मामले में पूरी तरह अनोखे थे. कंपनी ने अपना पहला ड्यूअल पिक्सल कैमरा युक्त गैलेक्सी एस7 तथा गैलेक्सी एस7 एज लॉन्च किया.
एप्पल के ट्रिपल लॉंच का साल
मार्च महीने में एप्पल ने एक सस्ता तथा साइज में अपेक्षाकृत छोटा स्मार्टफोन आईफोन एसई लॉन्च किया. अब तक का सबसे सस्ता यह स्मार्टफोन 16 जीबी तथा 64 जीबी इंटरनल मेमरी के साथ पेश किया गया. इसके बाद एप्पल ने सितंबर महीने में 'एप्पल वाच सीरीज 2' के साथ अपने आईफोन 7 तथा आईफोन 7 प्लस पर से पर्दा हटाया.
ताइवान से एचटीसी
ताइवान की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एचटीसी ने मई महीने में अपना महत्वाकांक्षी स्मार्टफोन एचटीसी 10 लॉन्च किया, जिसे सैमसंग गैलेक्सी एस7/एस7 एज तथा आईफोन6एस/6एस प्लस के मुकाबले बाजार में उतारा गया. यह स्मार्टफोन मल्टिटास्किंग कई फीचर्स से लैस था.
एलजी का जी5
इस दौरान एलजी ने अवधारणा को वास्तविक बनाते हुए जी5 स्मार्टफोन लॉन्च किया, जिसमें दो प्राइमरी कैमरा लगे थे और दोनों ही एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से काम करने वाले थे.
30 मिनट में चार्ज होने वाला वन प्लस
चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वन प्लस ने अपना महत्वाकांक्षी वन प्लस3 स्मार्टफोन लॉन्च किया. इस स्मार्टफोन में 6 जीबी रैम था. इसकी बैट्री मात्र 30 मिनट में 60 फीसदी तक चार्ज हो सकने की क्षमता से लेस थी.
जून में टीसीएल ने बाजी पलटने वाला स्मार्टफोन टीसीएल 60 लॉन्च किया, जो आयरिश आधारित 'आई वेरिफाई' अनलॉक विशेषता के साथ लॉन्च हुआ.
चीन की अन्य कंपनियों श्याओमी, वीवो, ओप्पो ने भी बाजार में लगातार अपने महत्वाकांक्षी उत्पादों को उतारा.
गूगल की एप्पल को चुनौती
एप्पल के नवीनतम ऑपरेटिंग सिस्टम आईओएस10 तथा असिस्टैंट सिरी से मुकाबले के लिए गूगल ने अक्टूबर में गूगल पिक्सल स्मार्टफोन पेश किया. यह पहला फोन था जिसे गूगल ने गूगल असिस्टैंट के साथ बनाया.
जगह बनाने की कोशिश में घरेलू खिलाड़ी
मोबाइल कारोबार के घरेलू खिलाड़ी माइक्रोमैक्स, कार्बन ने भी 10 हजार रुपये की रेंज में कई स्मार्टफोन लॉन्च किए. लेकिन विदेशी कंपनियों के आगे इन्हें बाजार में मध्यम और बड़े सेग्मेंट में जगह नहीं मिल पाई. भारतीय कंपनियों को टेक्नोलॉजी के लिए पूरी तरह से विदेशी कंपनियों पर निर्भरता है. हालांकि एक खास वर्ग में माइक्रोमैक्स अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं.
भारत में बनेंगे विदेशी मोबाइल?
यह साल इस लिए भी खास रहा क्योंकि कई स्मार्टफोन कंपनियों ने अपने स्मार्टफोन को भारत में ही बनाने की घोषणा की है. इसमें चीनी कंपनी लाईको भी शामिल है. जिसने बाजार में ली 1एस, ली 2, ली मैक्स2 जैसे स्मार्टफोन उतारे हैं. अन्य कंपनियों जैसे माइक्रोमैक्स, वीवो इंडिया, हुआवे तथा एलजी ने भी 'मेक इन इंडिया' को अपनाने की घोषणा की. इसके अलावा अमेरिका की एप्पल भारत में मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग की नया आयाम देने के लिए तैयार हो रही है.
रोचक तथ्य
2016 में ही अमेरिका को पछाड़कर भारत दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार बना.
2016 में देश में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या 25 करोड़ हुई. साल के अंत तक यह 28 करोड़ हो सकती है.
2016 में कई विदेशी स्मार्टफोन कंपनियों ने भारत में ही अपना स्मार्टफोन बनाने की घोषणा की है.