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धनतेरस: अब आज की कीमत पर भविष्य में खरीदें और बेचें सोना

सोना खरीदने और बेचने में ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के जरिए अब सोना खरीदारों को मौजूदा तारीख में सोना खरीदने अथवा मौजूदा तारीख में सोने के भाव पर भविष्य में सोना बेचने का अधिकार रहेगा.

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ये है देश में सोना खरीदने और बेचने का सबसे बड़ा रिफॉर्म
ये है देश में सोना खरीदने और बेचने का सबसे बड़ा रिफॉर्म

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केन्द्र सरकार ने देश में सोना खरीदने और बेचने के नियम में बड़ा सुधार करते हुए धनतेरस के मौके पर सोने में ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की शुरुआत की है. सोना खरीदने और बेचने में ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर लॉन्च किया.

सोना खरीदने और बेचने में ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के जरिए अब सोना खरीदारों को मौजूदा तारीख में सोना खरीदने अथवा मौजूदा तारीख में सोने के भाव पर भविष्य में सोना बेचने का अधिकार रहेगा.

गौरतलब है कि सोना कारोबारियों को देश में सोना खरीदने और बेचने के लिए इस ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट का इंतजार 2003 से है जब तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने देश में कमोडिटी मार्केट को बाजार के हवाले कर दिया था.

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कमोडिटी मार्केट के जानकारों का मानना है कि केन्द्र सरकार सोने के अलावा भी कई अन्य कमोडिटीज में भी ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की शुरुआत कर सकती है.

क्या है ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट

ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट दो पार्टियों के बीच वह समझौता है जिसके तहत एक निश्चित सिक्योरिटी पर किसी कमोडिटी की खरीद और बिक्री की मौजूदा दरों पर भविष्य में बेचा और खरीदा जा सके. इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए दोनों पार्टियों को रेट निर्धारित करने के साथ-साथ भविष्य की वह तारीख भी निर्धारित करनी रहती है जिसपर यह खरीद और फरोख्त पूरी होगा. अथवा इस निर्धारित तारीख के बाद दोनों पार्टिटों के बीच यह कॉन्ट्रैक्ट रद्द हो जाएगा.

खरीदारों को मिलेगा पुट और कॉल ऑप्शन

ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के तहत खरीदारों के पास दो तरह के कॉन्ट्रैक्ट रहते हैं. इन्हें पुट और कॉल ऑप्शन कहते हैं. पुट ऑप्शन यानी बेचने का अधिकार और कॉल ऑप्शन यानी खरीदने का अधिकार.

क्या है फायदा

ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के जरिए खरीदारों को भविष्य के किसी खतरे को कवर करने का मौका मिलता है. इसके साथ ही इस तरह किसी कमोडिटी में निवेश कर खरीदार अपनी आमदनी बढ़ा सकता है. गौरतलब है कि सोना कारोबारियों को अभीतक मौजूदा व्यवस्था में सोने के अंतरराष्ट्रीय मार्केट में उतार-चढ़ाव से हमेशा नुकसान का सामना करना पड़ता था. या तो उन्हें महंगी दरों पर खरीदे हुए सोने को सस्ती दरों पर बेचना पड़ता था क्योंकि खरीदे और बेचे जाने वाले दिनों में सोने कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिर जाती है.

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गौरतलब है कि कमोडिटी मार्केट में सोने की खरीद और बिक्री के इस ऑप्शन के बाद छोटे निवेशकों के लिए भी कमोडिटी बाजार का दरवाजा खुल जाएगा. इसके चलते बतौर निवेश संसाधन वह सोने की खरीद औऱ बिक्री कर अपने भविष्य के खतरे को कवर करने अथवा अपनी आय बढ़ाने की कोशिश कर सकता है.

अमेरिका और ब्राजील में ऐसे ही होती है सोने में ट्रेडिंग

दुनिया के अन्य कमोडिटी बाजारों में मुख्यरूप से अमेरिका और ब्राजील में इस ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के तहत सोने की खरीद और बिक्री की जाती है. अमेरिका ने 1982 में तो ब्राजील ने 1986 ने अपने ट्रेडिंग एक्सचेंज में ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की शुरुआत की थी. मौजूदा समय में इन देशों के कमोडिटी मार्केट में सोने के अलावा अन्य कमोडिटीज जैसे कॉफी और मवेशियों में ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के तहत ट्रेडिंग की जाती है.

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