केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा कि विश्व में व्याप्त आर्थिक संकट के बावजूद भी भारतीय अर्थव्यवस्था विकास की ओर अग्रसर है.
शर्मा कोच्चि में 11वें प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पूर्ण अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में देश के सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि होगी और इसके फलस्वरूप रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे.
उन्होंने कहा, 'प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की नीति को और भी अधिक तर्कसंगत और अनुकूल बनाया गया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय निवेश दर 33 से 34 प्रतिशत के आसपास है और 12वीं योजना के अंत तक इसे 36 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य है.'
अधिवेशन को संबोधित करते हुए शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री कमल नाथ ने कहा कि भारत, विशेषकर, शहरी क्षेत्र में आधारभूत विकास की चुनौतियों का सामना कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस समय लगभग 43 करोड़ लोग शहरों में बसते हैं और अगले दशक में यह संख्या बढ़कर लगभग 60 करोड़ हो जाएगी.
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहुवालिया ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में दीर्घकालिक प्रवाह को प्रोत्साहित करना और भी अधिक फलदायक होगा. इस अवसर पर केरल के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पी के कुन्हालिकुट्टी और फिक्की की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने भी अपने विचार व्यक्त किये.