भारतीय अर्थव्यवस्था अपने निचले स्तर से उबर चुकी है और अगले वित्त वर्ष में यह 7.5 से 7.8 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ेगी. डीबीएस ग्रुप रिसर्च ने सोमवार को यह बात कही.
सिंगापुर की इस रिसर्च कंपनी ने कहा कि संशोधित आंकड़ों के सेट (जीडीपी व मुद्रास्फीति पर) के अन्य आर्थिक पहलुओं पर प्रभाव के बारे में पता लग चुका है. कुल मिलाकर अभी तक प्रमुख संकेतकों से पता चलता है कि अर्थव्यवस्था अपने निचले स्तर से उबर चुकी है.
डीबीएस ने कहा कि 2015-16 में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7.5 से 7.8 प्रतिशत के दायरे में रहेगी. मजबूत विनिर्माण क्षेत्र व तेज घरेलू मांग से अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ेगी.