प्रमुख वैश्विक वित्तीय समूह सिटीग्रुप ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का कठिन दौर गुजर चुका है और चालू वित्त वर्ष के दौरान उसकी आर्थिक वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रहेगी.
सिटीग्रुप ने एक अध्ययन रिपोर्ट में कहा है, ‘हम अपने इस विचार पर अडिग हैं कि कठिन दौर गुजर चुका है. हम अपने इस अनुमान को भी बरकरार रखते हैं कि वित्त वर्ष 13 में जीडीपी वृद्धि 5.4 प्रतिशत रहेगी, क्योंकि औद्योगिक क्षेत्र में आते सुधार का असर खरीफ की कमजोर फसल से जाता रहेगा.’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आर्थिक वृद्धि में सुधार आ सकता है, ‘चुनाव से पहले वर्ष में खपत बढ़ सकती है और राष्ट्रीय निवेश बोर्ड के प्रभावी होने से निवेश गतिविधियां बढ़ सकती हैं.’
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि 5.5 प्रतिशत रही जबकि दूसरी तिमाही में यह और धीमी पड़कर 5.3 प्रतिशत रह गई. ब्याज दरों में कटौती के मुद्दे पर सिटीग्रुप ने कहा कि 2012-13 वर्ष में आधा प्रतिशत कटौती की उम्मीद है, लेकिन दिसंबर की बैठक में रिजर्व बैंक द्वारा कटौती की कम संभावनाएं हैं.
सिटीग्रुप की रिपोर्ट के अनुसार 2012.13 में जीडीपी वृद्धि 5.4 प्रतिशत और 2013.14 में 6.2 प्रतिशत रहेगी. मुद्रास्फीति सात प्रतिशत के दायरे में और नीतिगत दरों में वित्त वर्ष 2014 में 0.75 प्रतिशत की गिरावट रहेगी. राजकोषीय और चालू खाते का घाटा दोनों ही बढ़ेंगे लेकिन पहले से कम.