भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 5.5 फीसद रहने का अनुमान है. वहीं घरेलू खपत लगातार बढ़ने के कारण अगले वित्त वर्ष में यह बढ़कर 6.5 फीसद हो सकती है.
डीएसपी ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड द्वारा 2013 के लिए जारी अर्थव्यवस्था और बाजार परिदृश्य के मुताबिक वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 6.5 फीसद हो सकती है. वित्त वर्ष 2012-13 में वृद्धि दर 5.5 फीसद रहने का अनुमान है.
डीएसपी ब्लैकरॉक म्युचुअल फंड के अध्यक्ष एस नागनाथ ने कहा, ‘घरेलू मांग में मजबूती जारी रहने के साथ सीधे बैंक खातों में सब्सिडी के अंतरण से इसमें और बढ़ोतरी का अनुमान है. साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के नेतृत्व में निवेश प्रक्रिया फिर से होने से आर्थिक वृद्धि में मदद मिल सकती है.’ डीएसबी ब्लैकराक ने पिछले साल सिंतबर से घोषित सुधार प्रक्रिया की प्रशंसा की और कहा कि सीधे लाभार्थियों के खाते में धन भेजने से वितरण प्रक्रिया में उल्लेखनीय सुधार होगा.
रपट में कहा गया कि आधार संख्या देने की योजना यदि ठीक से लागू की गयी तो इससे क्षमता उल्लेखनीय रूप से बढ़ेगी. इससे विशेष तौर पर ग्रामीण इलाकों में मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी.
सालाना बजट में सब्सिडी का योगदान करीब 1.8 फीसद (करीब 1.7 लाख करोड़ रुपए) है. यदि वितरण प्रक्रिया में सुधार हुआ तो सब्सिडी बिल में उल्लेखनीय कमी होगी.