स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा रकम तकरीबन आधी होकर साढ़े चार हजार करोड़ तक रह गई है. स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक के डाटा से ये बात सामने आई है. गौरतलब है कि स्विस बैंक में बड़ी मात्रा में भारतीयों का काला धन जमा होने के दावे होते रहे हैं और ये भारत में बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी है.
स्विस बैंकों में भारतीयों का कितना काला धन जमा है? ये सवाल देश में पिछले कई दशकों से उठाया जा रहा है और अक्सर देश की राजनीति भी इस सवाल के इर्द-गिर्द घूमने लगती है. अब खुद स्विस बैंकों की तरफ से इसका खुलाया किया है. स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक के डाटा से पता चला है कि स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा रकम तकरीबन आधी होकर साढ़े चार हजार करोड़ तक रह गई है.
स्विस बैंकों में विदेशियों का कुल 96 लाख करोड़ रुपये जमा है जिनमें से भारतीयों के सिर्फ साढ़े चार हजार करोड़ रुपये है. इन बैंकों में भारतीय द्वारा जमा कराई गई राशि में 2016 में तकरीबन 45 फीसदी की गिरावट आई थी जो कि किसी भी एक साल में आई सबसे बड़ी गिरावट है. 2007 तक स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा कराई गई रकम अरबों-खरबों में हुआ करती थी लेकिन उसके बाद ब्लैक मनी पर लगाम लगाने की कोशिशों का असर ये हुआ कि काले धन के कुबेरों को स्विस बैंकों में पैसा जमा करना सुरक्षित नहीं लगने लगा. अब ये हाल है कि इसमें भारी गिरावट आती जा रही है.
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही स्विट्जरलैंड ने भारत और 40 अन्य देशों के साथ अपने यहां संबंधित देश के लोगों के वित्तीय खातों, संदिग्ध काले धन से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान की व्यवस्था को मंजूरी दी थी. सरकार ने इस व्यवस्था को वर्ष 2018 से संबंधित सूचनाओं के साथ शुरू करने का निर्णय लिया है. हालांकि इसके लिए आंकड़ों के आदन प्रदान की शुरूआत 2019 में होगी.