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इन्फोसिस 20 करोड़ डॉलर में करेगी पनाया का अधिग्रहण

देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस 20 करोड़ डालर में अमेरिका की स्वचालन प्रौद्योगिकी कंपनी पनाया को खरीदेगी. 

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देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस 20 करोड़ डालर में अमेरिका की स्वचालन प्रौद्योगिकी कंपनी पनाया को खरीदेगी. 

हालांकि बेंगलुरु की कंपनी इन्फोसिस के लिए यह दूसरा सबसे बड़ा नकदी सौदा है. दरअसल इससे पहले इन्फोसिस ने स्विस परामर्श कंपनी लोडस्टोन को 2012 में करीब 35 करोड़ डॉलर में खरीदा था.

इन्फोसिस ने एक बयान में कहा कि यह पहल इन्फोसिस की ‘नवीकरण और नवीन’ रणनीति के तहत की गई है ताकि स्वचालन (ऑटोमेशन), नवोन्मेष और कृत्रिम प्रतिभा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का फायदा उठाकर मौजूदा सेवा प्रणाली की उत्पादकता बढ़ाई जा सके.

विशाल सिक्का के पिछले साल अगस्त में इस कंपनी के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक का पदभार संभालने के बाद यह पहला खरीदारी सौदा है.

सिक्का ने कहा, 'पनाया का अधिग्रहण इन्फोसिस की सेवा प्रणाली के नवीनीकरण और विविधीकरण की दिशा में प्रमुख कदम है.'

पनाया के अधिग्रहण का सौदा 31 मार्च 2015 से पहले पूरा होने की उम्मीद है. सिक्का ने कहा 'इससे हमारे लोगों की क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी और यह हमें एक ही तरह के नीरस काम से मुक्त करेगा ताकि हम अपने ग्राहकों के सामने आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों पर ज्यादा ध्यान दे सकें.' पनाया की क्लाउड क्वालिटी से इन्फोसिस को अपनी सेवा प्रणाली में स्वचालन लाने में मदद मिलेगी.

एंजेल ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष सरबजीत कौर नांगरा ने कहा 'यह अधिग्रहण इन्फोसिस के लिए सकारात्मक है क्योंकि इससे नकदी का बेहतर उपयोग किया जा सकेगा. इन्फोसिस अधिग्रहण के लिए जोरदार प्रयास करती रही है क्योंकि वह वृद्धि के लिहाज से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एचसीएल टेक्नोलॉजी जैसी कंपनियों से मुकाबला करना चाहती है. 

-इनपुट भाषा से

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