देश में नोटबंदी लागू होने के बाद बैंकों ने सेविंग बैंक में जमा रकम पर ब्याज कम कर दिया है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ब्याज दरों को 4 फीसदी से कम कर दिया. जाहिर है सेविंग अकाउंट में पड़ा आपका पैसा अब बेहतर रिटर्न नहीं दे पाएगा. ऐसी स्थिति में आप लिक्विड फंड में निवेश करके सेविंग बैंक से दोगुना फायदा कमा सकते हैं.
क्या है लिक्विड फंड?
छोटी अवधि के लिए निवेश वाले फंड को लिक्विड फंड कहते हैं. इसे मनी मार्केट फंड भी कहा जाता है. लिक्विड फंड एक कम अवधि में अधिक रिटर्न पाने के लिए बेहतर निवेश विकल्प है. हालांकि इस फंड में भी किसी अन्य म्यूचुअल की तरह ही कुछ रिस्क भी मौजूद है. लेकिन इस फंड की सबसे खास बात यह है कि यहां आप 1 दिन से लेकर 1 साल तक की किसी भी अवधि तक निवेश कर सकते हैं. इस फंड में निवेश का सबसे बेहतर फायदा आपको प्रति माह अपनी बची हुई सैलरी के निवेश पर मिल सकता है.
फंड से बाहर निकलने पर कोई पेनाल्टी नहीं
लिक्विड फंड से अपना पैसा किसी भी समय बाहर निकालने पर आपको किसी तरह की कोई पेनाल्टी (एक्जिट लोड) नहीं अदा करना पड़ता है. वहीं किसी दूसरे म्युचुअल फंड में आप शआमिल होते हैं या अपना निवेश बाहर निकालते हैं तो आपको शुल्क अदा करना पड़ता है जिसे लोड कहते हैं.
निवेश पर मिल सकता है 8 फीसदी तक रिटर्न
फाइनेंशियल मामलों के जानकारों का मानना है कि अलग-अलग लिक्विड फंड में निवेश पर 8 फीसदी तक रिटर्न मिल सकता है. वहीं किसी भी बैंक के सेविंग अकाउंट में सिर्फ 4 फीसदी का ही रिटर्न मिल पाता है. जब भी देश में महंगाई बढ़ती है तो सबसे ज्यादा खतरा इसी बात का रहता है कि केन्द्रीय बैंक सेविंग्स पर इंटरेस्ट कम कर दे जिससे आपकी बचत और कम हो जाती है. महंगाई के दौरान भी लिक्विड फंड आपको बेहतर रिटर्न देने का वादा करता है.
24 घंटे में वापस मिल जाएगा आपका पैसा
लिक्विड फंड का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप सिर्फ 24 घंटे में इसे बेच कर अपना निवेश किया हुआ पैसा वापस पा सकते हैं. उदाहरण के लिए आप यदि सोमवार की शाम लिक्विड फंड में लगे अपने पैसे को बाहर निकालना है तो बस इसे बेचने के लिए कॉल कर दें और मंगलवार सुबह बैंक खुलते ही आपका पैसा सीधे आपके बैंक खाते में पहुंच जाएगा.
हालांकि इस निवेश के साथ-साथ बाजार में किसी भी निवेश में अपना जोखिम होता है. महज खबर के आधार पर किसी भी फंड में निवेश न करें. किसी भी फंड में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी कर लें अथवा अपने वित्तीय सलाहकार से राय लेकर ही निवेश करें.