पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों को देखते हुए अब इन्हें जीएसटी के तहत लाने की मांग फिर से उठने लगी है. इंडियन ऑयल कंपनी (IOCL) के चेयरमैन संजीव सिंह ने भी कहा है कि बढ़ती कीमतों से राहत दिलाने के लिए जरूरी है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए. उन्होंने कहा कि फिलहाल तेल कंपनियों को दामों पर नियंत्रण लगाने के लिए किसी भी तरह के निर्देश नहीं मिले हैं.
आईओसीएल के चेयरमैन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है. इसकी वजह से घरेलू स्तर पर भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि हम पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाने की बात करते रहेंगे. बता दें कि मौजूदा समय में कच्चा तेल, पेट्रोल-डीजल, एविएशन फ्यूल जीएसटी में शामिल नहीं है.
संजीव सिंह ने कहा कि हमने जैसा सोचा था, अंतरराष्ट्रीय बाजार उस चाल से नहीं चल रहा है. मौजूदा स्थिति को देखते हुए भविष्य में इसकी क्या कीमतें होंगी, इसको लेकर अंदाजा लगाना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि अगर कच्चे तेल की कीमतें यूं ही बढ़ती रहीं, तो इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी दिखेगा. सिंह ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है.
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं. इंडियन ऑयल कंपनी के मुताबिक बुधवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 77.17 रुपये का मिल रहा है. मुंबई में आपको 84.99 रुपये प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं. अन्य मेट्रो शहरों की बात करें, तो कोलकाता में 79.83 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल मिल रहा है. चेन्नई में इसके लिए आपको 80.11 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं.
डीजल भी रिकॉर्ड स्तर पर बना हुआ है. दिल्ली में एक लीटर डीजल 68.34 रुपये पर पहुंच गया है. मुंबई में यह 72.76 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. कोलकाता में 70.89 और चेन्नई में इसके लिए आपको 72.14 रुपये प्रति लीटर चुकाना पड़ रहा है.