देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी और तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) को चौथी तिमाही में 40 फीसदी का मुनाफा हुआ है. मार्च महीने में खत्म हुई तिमाही में कंपनी का मुनाफा 5,218 करोड़ रुपये रहा. एक साल पहले इसी अवधि में यह 3,721 करोड़ रुपये था. इसी बीच, कंपनी ने कहा है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों को वह अपने स्तर पर कम नहीं कर सकती है.
जनवरी से मार्च तिमाही के बीच कंपनी की कुल आय में भी 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. कंपनी की तरफ से बीएसई को दी गई जानकारी के मुताबिक इस दौरान उसकी कुल आय 136,980 करोड़ रुपये रही है.
कंपनी ने मुनाफा बढ़ने के लिए बेहतर इनवेंटरी गेन, अच्छी रिफाइनिंग मार्जिन को जिम्मेदार बताया है. वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी की कुल आय भी बढ़ी है. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 13 फीसदी बढ़ा है. यह 518,961 करोड़ रुपये रहा.
वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर कंपनी ने कहा कि फिलहाल वह इस हालत में नहीं है कि वह दाम घटा सके. इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसकी वजह से हमारे पास कोई विकल्प नहीं है. दाम में ये जो बढ़ोतरी हो रही है. हमें इसे आगे बढ़ाना ही होगा.
उन्होंने कहा कि कंपनी इसे सहने की स्थिति में नहीं है. बता दें कि पिछले कुछ वक्त से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. ब्रेंट क्रूड की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं. यह 70 डॉलर प्रति बैरल का आंकड़ा पार कर चुका है.
इसका सीधा असर घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर नजर आ रहा है. दरअसल जब भी कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होती है, तो इससे तेल कंपनियों का वर्किंग कैपिटल बढ़ जाता है.