जापान सरकार ने कोरोना संकट से जूझ रहे कॉरपोरेट जगत को 930 अरब डालर का नया राहत पैकेज देने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि उनकी सरकार कोविड-19 के दुष्प्रभाव से कंपनियों को बचाने के लिए 1,00,000 अरब येन (करीब 930 अरब डॉलर) का एक और प्रोत्साहन पैकेज पेश करेगी.
क्या कहा जापान के पीएम ने
आबे ने यहां सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की. साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के चलते लागू देशव्यापी आपातकाल की समाप्ति की भी घोषणा की. इसके साथ ही टोक्यो समेत बचे पांच प्रांतों में से भी कोविड-19 आपातकाल से जुड़ी पाबंदियां हटा ली गई हैं.
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दुनिया के कई देशों ने दिए राहत पैकेज
गौरतलब है कि कोरोना के प्रभाव से डूबती इकोनॉमी को बचाने के लिए दुनिया के कई देश राहत पैकेज दे रहे हैं. भारत सरकार ने भी कॉरपोरेट जगत और आम आदमी के लिए करीब 21 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर दिया है. अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी सभी सरकारों ने अपनी इकोनॉमी को बचाने के लिए लाखों डॉलर झोंके हैं.
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इकोनॉमी में आएगी गिरावट
आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट का अंदेशा जताया है. दुनिया के ज्यादातर देशों में इस साल जीडीपी ग्रोथ नेगेटिव रहने यानी उसमें गिरावट होने की आशंका है. भारतीय रिजर्व बैंक ने भी यह स्वीकार कर लिया है कि इस साल जीडीपी ग्रोथ रेट नेगेटिव रह सकती है.
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जापान के प्रधानमंत्री आबे ने कहा कि इस राहत पैकेज पर इस सप्ताह के अंत तक मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इस पैकेज के तहत 2,00,000 अरब येन (1,900 अरब डॉलर) से अधिक की राशि खर्च की जाएगी. सरकार ने इससे पहले 1,17,000 अरब येन के राहत पैकेज की घोषणा की थी.
जापान में कोरोना के मामले कम
जापान में कोरोना वायरस के अब तक 16,600 मामले आ चुके हैं और इससे करीब साढ़े आठ सौ लोगों की मौत हो चुकी है. यहां अमेरिका और यूरोप जैसे हालत नहीं बने हालांकि दुनिया की यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में है.