निजी क्षेत्र की एयरलाइंस जेट एयरवेज ने अबू धाबी की विमानन कंपनी एतिहाद एयरवेज के साथ रणनीतिक गठजोड़ का ऐलान किया है. इसके तहत एतिहाद 2,058 करोड़ रुपये के सौदे में जेट एयरवेज की 24 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नीति में बदलाव के बाद यह किसी भारतीय विमानन कंपनी में विदेशी एयरलाइंस का पहला निवेश है.
2.72 करोड़ शेयर एतिहाद को बेचेगी जेट एयरवेज
लगभग 6 महीने तक चली बातचीत के बाद आखिर यह सौदा अंजाम पर पहुंचा है. जेट के प्रवर्तक नरेश गोयल और एतिहाद के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी जेम्स हॉगन ने रणनीतिक गठजोड़ की घोषणा की. इसके तहत जेट एयरवेज तरजीही पेशकश के तहत अपने 2.72 करोड़ शेयर 754.74 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर एतिहाद को बेचेगी.
करीब 37.9 करोड़ डॉलर का सौदा
दोनों एयरलाइंस की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि यह सौदा करीब 37.9 करोड़ डॉलर या 2,058 करोड़ रुपये का बैठेगा. इसके बाद एतिहाद एयरवेज के पास जेट एयरवेज की विस्तृत शेयर पूंजी की 24 फीसद हिस्सेदारी आ जाएगी.
हवाई सेवा का विस्तार करेगी जेट
दोनों विमानन कंपनियों ने दावा किया है कि इस गठजोड़ के बाद 23 शहरों के यात्रियों की विस्तारित वैश्विक नेटवर्क तक पहुंच होगी. जेट दिल्ली और मुंबई से अपनी सेवाओं का विस्तार करेगी और साथ ही हैदराबाद और बैंगलोर से उड़ानें शुरू करेगी.
बयान में कहा गया है कि भारत-अबू धाबी मार्गों तथा जेट एयरवेज अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और पश्चिम एशिया को उड़ानों के लिए खाड़ी गेटवे स्थापित करेगी. दोनों कंपनियों के संयुक्त नेटवर्क के तहत 140 गंतव्य आएंगे.
मिलेगा ज्यादा राजस्व
इसमें कहा गया है कि रणनीतिक गठजोड़ से महानगरों और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अन्य हवाई अड्डों को अतिरिक्त यात्री मिलेंगे और साथ ही उन्हें अधिक राजस्व मिलेगा. इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होगा.
गोयल के पास होगी 51 फीसदी हिस्सेदारी
बयान में कहा गया है कि उल्लेखनीय स्वामित्व और प्रभावी नियंत्रण भारतीय नागरिकों के पास रहेगा. गैर कार्यकारी चेयरमैन के रूप में गोयल के पास कंपनी की 51 फीसद हिस्सेदारी रहेगी. दिलचस्प यह है कि गोयल पहले विदेशी एयरलाइंस की भागीदारी के लिए एफडीआई खोलने का विरोध कर रहे थे. सरकार ने पिछले साल सितंबर में विदेशी एयरलाइंस को भारतीय विमानन कंपनी में 49 फीसद हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दी थी और इस अवसर का सबसे पहला लाभ गोयल ने उठाया.
60 करोड़ डॉलर लगाएगी एतिहाद
सौदे की जानकारी देते हुए बयान में कहा गया है कि इस रणनीतिक निवेश के तहत एतिहाद 60 करोड़ डॉलर लगाएगी. इससे जेट एयरवेज की वित्तीय स्थिति को और सुधारने में मदद मिलेगी. इसके अलावा एतिहाद दोनों विमानन कंपनियों के बीच व्यापक आधार वाली भागीदारी को मजबूत करने के लिए 22 करोड़ डालर की पूंजी और डालेगी. इसमें मजबूत कोड भागीदारी व्यवस्था भी शामिल है.
ज्यादा कमाई होगी: गोयल
गोयल ने बयान में कहा, 'मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि एतिहाद के साथ यह भागीदारी सभी अंशधारकों के लिए फायदे की है. विशे षरूप से इससे जेट की वित्तीय स्थिति में सुधार होगा. होगन ने कहा कि इस सौदे से एयरलाइन की कमाई में तत्काल वृद्धि होगी और दोनों एयरलाइनों को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ रहे बाजारों में ज्यादा प्रभावी तरीके से प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी.