विश्व बैंक ने मंगलवार को मोदी सरकार को राहत की खबर सुनाई. ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस यानी व्यापार सुगमता को लेकर पेश की गई रिपोर्ट में विश्व बैंक ने कई अहम मोर्चों पर रैंकिंग की है. जानिए भारत को किस मामले में कौन सी रैंक हासिल हुई है.
- छोटे शेयरधारकों के मामले में भारत 5वें स्थान पर रहा है. छोटे शेयरधारकों को बढ़ावा देने के मामले में भारत दूसरे देशों से काफी आगे है.
- बिजली कनेक्शन देने के मामले में भारत काफी पीछे है और उसे 126वीं रैंक मिली है. उम्मीद है कि अगली बार मोदी सरकार की सौभाग्य योजना इस स्थिति को सुधारने का काम कर सकती है.
- बिजनेस शुरू करने के मामले में भारत को 156वीं रैंक मिली है. नए कारोबार शुरू करने के मामले में अभी भारत की रफ्तार काफी धीमी है.
- कॉन्ट्रैक्ट लागू करवाने के मामले में भारत को 164वीं रैंक मिली है.
- प्रॉपर्टी रजिस्टर करवाने के मामले में भारत 154वें स्थान पर काबिज है.
- वहीं, सीमा पार व्यापार करने के मामले में भारत को विश्व बैंक ने 146वें स्थान पर रखा है.
- दिवालिया मामलों का निपटारा करने के मामले में भारत को 103वीं रैंक मिली है. पिछले साल से इन मामलों के निपटारे के लिए मोदी सरकार ने लगातार कदम उठाए हैं. जिसका सीधा असर व्यापार सुगमता की रैंकिंग सुधरने के तौर पर मिली है.
- बिजनेस रैंकिंग की बात करें, तो इसमें भारत 29वें स्थान पर है काबिज है.
- कर भुगतान के मामले में भारत को अभी और बेहतर होने की जरूरत है. विश्व बैंक ने इस मामले में भारत को 119वें स्थान पर रखा है.
- भवन निर्माण के लिए त्वरित अनुमति देने के मामले में भारत 181वें स्थान पर काबिज है.