रिजर्व बैंक की प्रायोगिक आधार पर 10 रुपये के प्लास्टिक नोट जारी करने की योजना में देरी होगी. इसका कारण शुरुआती बोलियों के तकनीकी मानदंडों को पूरा करने में विफल रहना है. ऐसे में पूरी प्रक्रिया नए सिरे से शुरू होगी.
रिजर्व बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चुनिंदा बोलीदाता रिजर्व बैंक की प्रायोगिक आधार पर 10 रुपये के प्लास्टिक नोट जारी करने की योजना के संदर्भ में तकनीकी मानदंडों को पूरा करने में विफल रहे हैं. इससे पूरे मामले को फिर से शुरू करना पड़ेगा, जिससे प्रक्रिया में देरी होगी.
सरकार ने फरवरी में संसद को सूचित किया था कि प्रायोगिक आधार पर अलग-अलग पांच शहरों में 10 रुपये के एक अरब प्लास्टिक नोट जारी किए जाएंगे. इन शहरों में कोच्चि, जयपुर, शिमला तथा भुवनेश्वर शामिल हैं.