भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) प्रबंधन और बीमा कंपनी के एक लाख कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनियन ने वेतन में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी पर सहमति जताई है. यह वृद्धि अगस्त, 2012 से प्रभाव में आएगी.
नए वेतन पैकेज में बैंक कर्मचारियों के उलट मूल वेतन बढ़ने की कोई सीमा नहीं है. बैंक कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि को लेकर इस साल मई में समझौते हुए. बैंक कर्मचारियों के मूल वेतन में हर साल केवल दो प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है. समझौते में प्रबंधन बैंकों की तर्ज पर हर दूसरे शनिवार के साथ पांच दिन का ही कामकाजी दिवस होगा.
नए समझौते में वेतन में 15 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव है, जिसमें 13.5 प्रतिशत मूल वेतन में तथा आवास भत्ता, सीसीए (शहर मुआवजा भत्ता) तथा दैनिक यात्रा भत्ता जैसे भत्तों में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि की गई है.
इसकी पुष्टि करते हुए एलआईसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'संशोधित वेतन समझौते के मसौदे को एलआईसी ने मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा है. वहां से फाइल कानून मंत्रालय के पास जाएगी. ऑल इंडिया एलआईसी इंप्लायज फेडरेशन के महासचिव एवी नचाने ने कहा कि यूनियन तथा प्रबंधन ने मतभेदों को दूर कर लिया है और वेतन में 15 प्रतिशत वृद्धि पर सहमति जताई है.
उन्होंने कहा, नए वेतन समझौते में जो बात उल्लेखनीय है वह यह कि बैंक कर्मचारियों के उलट मूल वेतन में सालाना वृद्धि पर कोई सीमा नहीं है. बैंक कर्मचारियों के मामले में मूल वेतन में सालाना 2.0 प्रतिशत की सीमा निर्धारित की गई है. नचाने ने कहा, इसके परिणामस्वरूप मूल वेतन में अच्छी वृद्धि होगी. उन्होंने कहा कि नया वेतनमान अगस्त 2012 से लागू होगा. उन्होंने यह भी कहा कि समझौते को वित्त मंत्रालय से जल्दी ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है.
इनपुट: भाषा