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कर्ज होगा अभी और महंगा, बढ़ेगी ईएमआई

जानकारों का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक महंगाई की चिंताओं के चलते चालू वित्त वर्ष में रेपो दर में आधा प्रतिशत की और बढ़ोतरी कर सकता है. अगर रेपो रेट में वृद्धि होती है बैंक होम लोन और वाहन लोन जैसे बाकी सभी लोने भी महंगे हो जाएंगे. ऐसे में आपके लोन पर चल रही ईएमआई पहले से भी ज्‍यादा हो जाएगी.

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रिर्जव बैंक ऑफ इंडिया
रिर्जव बैंक ऑफ इंडिया

जानकारों का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक महंगाई की चिंताओं के चलते चालू वित्त वर्ष में रेपो दर में आधा प्रतिशत की और बढ़ोतरी कर सकता है. अगर रेपो रेट में वृद्धि होती है बैंक होम लोन और वाहन लोन जैसे बाकी सभी लोने भी महंगे हो जाएंगे. ऐसे में आपके लोन पर चल रही ईएमआई पहले से भी ज्‍यादा हो जाएगी. रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बाकी बैंकों को कर्ज देता है.

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महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए नए आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने सभी को हैरान करने वाले एक निर्णय में शुक्रवार को भी अपनी पहली मौद्रिक समीक्षा में रेपो रेट में 0.25 फीसदी की वृद्धि कर दी थी. अभी रेपो रेट 7.5 फीसदी है.

ब्रिटेन के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के एक अर्थशास्त्री ने कहा कहा है कि रेपो रेट में वृद्धि से यह संकेत मिलता है कि नए गवर्नर वृद्धि से अधिक महंगाई पर ध्यान दे रहे हैं. ऐसे में उन्‍हें लगता है कि अगली दो मौद्रिक समीक्षा बैठकों में रेपो दर में चौथाई-चौथाई प्रतिशत की और बढ़ोतरी होगी और यह 8 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी.

जापान की ब्रोकरेज कंपनी नोमूरा का भी अनुमान है कि इस वित्त वर्ष में रेपो दर में 0.50 प्रतिशत की और वृद्धि होगी. क्रेडिट सुईस के अर्थशास्त्रियों ने कोई आंकड़ा न बताते हुए कहा कि उन्हें अगले कुछ माह में रेपो दर में एक या दो बार और वृद्धि की उम्मीद है.

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रिजर्व बैंक के कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा है कि उन्‍हें ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

आरबीआई की पिछले सप्ताह घोषित अर्धतिमाही समीक्षा में रेपो दर 7.25 से बढ़ा कर 7.5 प्रतिशत कर दी गयी. थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर अगस्त में बढ़ कर 6.10 प्रतिशत हो गयी, जो जुलाई में 5.79 और जून में 4.86 प्रतिशत थी.

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