त्योहारी सीजन से पहले देश में LPG सिलिंडर की आपूर्ति में व्यवधान आता दिख रहा है. असल में सऊदी अरब में अरामको के प्लांट पर हुए ड्रोन अटैक की वजह से वहां से आने वाले तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LPG) के कुछ शिपमेंट की आपूर्ति में देरी होने की आशंका है. यह तब है जब अगले दिनों में त्योहारी सीजन की वजह से मांग बहुत ज्यादा होने का अनुमान है.
भारतीय कंपनियां आपूर्ति सुधारने की कोशिश में
इंडियन ऑयल कॉर्प, भारत पेट्रोलियम कॉर्प और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी कंपनियां तत्परता से इस बात में लगी हैं कि दिवाली से पहले देश में एलपीजी सिलिंडर की आपूर्ति में सुधार किया जाए. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह चौहान ने कहा कि कंपनी अगले महीने एलपीजी की मांग काफी बढ़ जाने का अनुमान कर रही है.
उन्होंने यह स्वीकार कि अक्टूबर में आने वाले कई शिपमेंट में देरी हो सकती है. उन्होंने कहा, 'हम अतिरिक्त एलपीजी हासिल करने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं. हर कोई कोशिश में लगा है, क्योंकि अक्टूबर-नवंबर बहुत मुश्किल वाले महीने होते हैं.' हालांकि उनका कहना है कि कोई बहुत संकट की बात नहीं है, वह बस त्योहारों के पहले थोड़ी सावधानी बरत रहे हैं.
भारत दुनिया में एलपीजी का दूसरा सबसे बड़ा आयातक
खबर के अनुसार, अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी ने अरामको से उपजे संकट की वजह से भारत को एलपीजी की दो अतिरिक्त शिपमेंट देने की पेशकश की है. ये दोनो कार्गो अगले कुछ हफ्तों में भारत पहुंचेंगे. भारत दुनिया में एलपीजी का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है और यह अपनी जरूरतों का करीब आधा हिस्सा सऊदी अरब, कतर, ओमान और कुवैत जैसे विदेशी सप्लायर से हासिल करता है.
देश में पहले से ही एलपीजी की मांग काफी बढ़ी हुई है, क्योंकि पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी स्कीम उज्ज्वला के द्वारा हर गरीब परिवार को एलपीजी कनेक्शन दिया जा रहा है.
कैसे हुआ था अरामको के प्लांट पर हमला?
सऊदी अरब स्थित दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको के दो संयंत्रों पर गत 14 सितंबर को ड्रोन अटैक हुआ. इसके बाद वहां भयंकर आग लग गई. ये दोनों तेल संयंत्र अब्कैक और खुरैस इलाके में स्थित हैं. बताया जा रहा है कि हमले में दस के आसपास ड्रोन इस्तेमाल किए गए थे. यमन में ईरान से जुड़े हूती ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
इस हमले से दोनों जगहों पर तेल उत्पादन ठप हो गया. अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी है. इन दोनों जगहों पर बंद हुआ उत्पादन अरामको के कुल उत्पादन का 50 फीसदी और वैश्विक उत्पादन का 5 फीसदी है. इस खबर के बाद कच्चे तेल की आपूर्ति पर संकट गहरा गया और कच्चे तेल की कीमत बढ़ गई.