देश के पैकेटबंद व प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद बाजार के लिए मैगी विवाद बदलाव का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है. इस विवाद से उद्योग में बेहतर लेबलिंग, पैकेजिंग व परीक्षण नियम सामने आ सकते हैं. नोमुरा ने दावा किया है कि मैगी बेहतर सुरक्षा मापदंड़ के साथ वापसी करेगी.
परामर्श सेवा कंपनी नोमूरा की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. नोमूरा के मनीष जैन व अनूप सुधेन्द्रनाथ ने एक शोध पत्र में कहा है कि इस पूरे विवाद को भारतीय पैकेज्ड व प्रसंस्कृत खाद्य उद्योग के लिए बदलाव की कड़ी के रूप में देखते हैं. नोट में कहा गया है कि इसी तरह की कंपनियों व उत्पादों पर भी इस तरह के परीक्षण हो सकते हैं.
जापानी वित्तीय सेवा कंपनी के अनुसार भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के लिए अगला तर्कसंगत कदम समूचे क्षेत्र के लिए लेबलिंग, पैकेजिंग व परीक्षण नियमों को कड़ा करने का होगा जिससे उपभोक्ताओं के हित की सुरक्षा हो सके.
देश में खाद्य वस्तुओं के उत्पादन और प्रसेसिंग में लगी असंगठित क्षेत्र की कंपनियों को अपना व्यापार संगठित करने में भी इन बदलावों का फायदा होगा. नोमूरा रिपोर्ट ने दावा भी किया है कि नेस्ले इंडिया एक पुनर्गठित उत्पाद व हाई क्वालिटी पैकेजिंग के जरिये एक बार फिर से बाजार में वापसी करने में सफल होगा.