मारुति सुजुकी का मानना है कि मोदी सरकार ऑटो उद्योग में मंदी को लेकर संवेदनशील है. मारुति सुजुकी के मुख्य कार्यकारी केनिचि अयुकावा ने कहा कि सरकार ऑटो क्षेत्र के मंदी को लेकर फिक्रमंद है और इसे बदलने के लिए कदम उठा रही है.
अयुकावा सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. दरअसल पिछले कुछ महीनों से ऑटो सेक्टर बिक्री में गिरावट से बुरी तरह प्रभावित है. ऐसा कई कारकों की वजह से है जिसमें जीएसटी दर, फार्म संकट, मजदूरी व तरलता की कमी शामिल है.
मंदी की वजह से ऑटो सेक्टर तबाह
बिक्री की मंदी ने यात्रा वाहन के निर्माताओं को बुरी तरह से प्रभावित किया है. बता दें, कंपनी ने रविवार को सूचित किया था कि सलाना आधार पर अगस्त 2019 में कुल वाहनों की बिक्री में 32.7 फीसदी की गिरावट आई है.कंपनी ने बीते महीने निर्यात सहित कुल 1,06,413 यूनिटों की बिक्री की, जबकि अगस्त 2018 में 1,58,189 वाहनों की बिक्री की थी. भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने हरियाणा के गुरुग्राम व मानेसर संयंत्रों में दो दिन यात्री वाहनों का उत्पादन बंद करने का फैसला किया है.
मोदी सरकार हरकत में
इस क्षेत्र को संभालने में मदद के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 अगस्त को घोषणा की कि सरकारी विभागों को नए वाहनों को खरीदने की अनुमति दी जाएगी.इसके अतिरिक्त 31 मार्च 2020 तक खरीदे जाने वाले ऑटोमोबाइल्स पर 15 फीसदी अतिरिक्त मूल्य में कमी का फायदा उठा सकते है, जिससे मूल्य में 30 फीसदी से ज्यादा की कमी हो जाएगी.