ऑटो, मेटल, एनर्जी के अलावा फाइनेंशियल कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 324 अंक टूट गया. बढ़त के साथ सेंसेक्स की शुरुआत के बाद आखिरी आधे घंटे में बिकवाली की वजह से गिरावट देखने को मिली. अंत में सेंसेक्स 324 अंक या 0.83 फीसदी के नुकसान से 38,730 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह निफ्टी भी 84.35 अंक या 0.72 फीसदी के नुकसान से 11,642 अंक पर बंद हुआ.
ये रहा शेयरों का हाल
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील, वेदांता, मारुति, एसबीआई, कोल इंडिया, टाटा मोटर्स, सनफार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक बैंक और इन्फोसिस के शेयर 2.89 फीसदी तक टूट गए. वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, टीसीएस और बजाज आटो के शेयरों में 2.08 फीसदी का लाभ रहा.
मारुति के शेयर में गिरावट
देश की प्रमुख कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया का शेयर 2.23 फीसदी टूट गया. दरअसल, मारुति सुजुकी इंडिया का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च की चौथी तिमाही में 4.6 फीसदी घटकर 1,795.6 करोड़ रुपये पर आ गया. कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,882.1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. तिमाही के दौरान कंपनी की बिक्री मामूली बढ़कर 20,737.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. वहीं कंपनी की कुल कार बिक्री मामूली गिरावट के साथ 4,58,479 इकाई रह गई. हालांकि पूरे वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान मारुति का शुद्ध लाभ 2.9 फीसदी घटकर 7,500.6 करोड़ रुपये रह गया. वित्त वर्ष के दौरन कंपनी की शुद्ध बिक्री 6.3 फीसदी बढ़कर 83,026.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.
क्या है वजह
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के एवीपी (डेरिवेटिव्स) राहुल मिश्रा के मुताबिक माह के दौरान बाजार नई ऊंचाई पर पहुंचे लेकिन उच्चस्तर पर मुनाफा काटे जाने की वजह से वे इस पर टिक नहीं सके. ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.25 फीसदी चढ़कर 75 डॉलर प्रति बैरल के पार निकल गया. अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में दिन में कारोबार के दौरान रुपया 37 पैसे के नुकसान से 70.23 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा था.