आईटी क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी माइक्रोसाफ्ट अब अपने कर्मचारियों को निकालने की तयारी में है. कंपनी का कहना है कि उसे लगातार हो रहे नुकसान के चलते ये फैसला लिया है. कंपनी के भारतीय मूल के सीईओ सत्या नडेला ने अपने कर्मचारियों को मेल कर इस बड़े बदलाव की जानकारी दी.
कैसे हो रहा है घटा?
दुनिया के सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स की कंपनी होने के बावजूद घाटे की बात थोड़ी अटपटी सी लगती है. पर मार्केट की दिग्गज नोकिया के अधिग्रहण के बाद से उसे इस मोबाइल कंपनी के संचालन से घाटा ही हो रहा है. इसलिए कंपनी ये कदम उठाने को मजबूर है. गौरतलब है कि बीते साल माइक्रोसॉफ्ट ने नोकिया को 7.2 अरब डॉलर में खरीदा था.
कितने कर्मचारी होंगे बेरोजगार?
माइक्रोसॉफ्ट के अधिकारिक बयान में कहा गया कि 7,800 लोगों को इस छटनी के तहत निकला जायेगा. कर्मचारियों की यह संख्या कंपनी के मौजूदा वर्कफोर्स के 6 फीसदी के बराबर है. वहीं बीते साल भी कंपनी 18,000 लोगों को नौकरी से निकाल चुकी है. यह आईटी दुनिया में बहुत बड़ी छटनी है जानकारों का कहना है कि यह 39 साल के इतिहास में सबसे बड़ी छटनी है.
भारत में कितने बेरोजगार होंगे?
कंपनी ने अभी ये पूरी तरह से साफ नहीं किया है कि कितने एम्प्लोयी भारत में निकाले जायेंगे. पर अंदेशा है जादातर उन लोगो की छुट्टी की जाएगी जो मोबाइल यूनिट में काम करते है.
क्या बंद होगा मोबाइल कारोबार?
नडेला ने कहा कि अभी फिलाहल माइक्रोसॉफ्ट मोबाइल बाजार में बनी रहेगी. कंपनी मोबाइल कारोबार में अपनें कोर-एरिया को अपनी स्ट्रेंथ बनाएगी. कंपनी सस्ते दामों से बेहतर मोबाइल फोन मुहैया कराने के लिए कम कर रही है और यही कंपनी का फोकास-एरिया होगा.