ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने रूस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि एकतरफा प्रतिबंधों से वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है. मोदी का यह बयान पश्चिमी देशों पर परोक्ष प्रहार के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि अमेरिका और यूरोप के कई दिग्गज देशों ने यूक्रेन विवाद के चलते रूस पर प्रतिबंध लगा रखे हैं. अपनी इस बात से शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के बीच मजबूत और गहरे सहयोग पर समय बल दिया है.
मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन शुरू होने के तुरंत बाद ब्रिक्स व्यापार परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रिक्स देशों के लिए आपसी सहयोग बढ़ाना बहुत जरूरी है. मोदी ने अपील की कि ब्रिक्स को अन्य विकसित क्षेत्रों के साथ भी काम करना चाहिए.
ब्रिक्स देशों के बीच रिश्ते को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 10 क्षेत्रों में अहम योगदान की अपील की. मोदी के बताए क्षेत्र निम्न है-
1. ब्रिक्स ट्रेड फेयर
2. ब्रिक्स रेलवे रिसर्च सेंटर
3. प्रमुख ऑडिट संस्थाओं के बीच सहयोग
4. ब्रिक्स का डिजिटेल इनीशिएटिव
5. ब्रिक्स का कृषि अनुसंधान केन्द्र
6. ब्रिक्स देशों के राज्य और क्षेत्रीय सरकारों के बीच सहयोग
7. शहरीकरण के लिए ब्रिक्स देशों के प्रमुख शहरों में सहयोग
8. ब्रिक्स देशों का वार्षिक खेलकूद स्पर्धा
9. क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग
10. ब्रिक्स फिल्म फेस्टिवल