गैस मूल्य वृद्धि सीमित रखने पर वित्त मंत्रालय के नए रख के बावजूद पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने आज कहा कि गैस के दाम बढ़ाने के सरकार के फैसले में कोई बदलाव नहीं होगा.
सरकार ने घरेलू प्राकृतिक गैस के दाम अगले साल 1 अप्रैल से बढ़ाने का फैसला किया है. सरकार ने गैस के दाम तय करने के लिये रंगराजन समिति द्वारा सुझाये गये फार्मूले को मंजूरी दी है जिसके अनुसार अगले साल से गैस के दाम दोगुने हो जायेंगे.
मोइली ने गुरुवार को कहा ‘सरकार के स्तर पर मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) के फैसले की समीक्षा अथवा पुनर्विचार के बारे में कोई सोचविचार नहीं चल रहा है. यहां कोई भ्रम अथवा इसको लेकर अनिश्चितता नहीं है. और मुझे नहीं लगता कि यहां कोई और व्याख्या किये जाने की गुंजाइश है.’
गैस मूल्य में वृद्धि का सरकार का फैसला शुरू से ही विवादास्पद रहा है. सीसीईए की बैठक में 27 जून को जब से यह निर्णय लिया गया तभी से इस बात को लेकर सरकार की आलोचना हो रही है कि दाम बढ़ाने का फैसला मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को फायदा पहुंचाने के लिये किया गया है.
मोइली ने कहा उनके मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से दो बार उनके विचार मांगे और इन्हें सीसीईए के नोट में शामिल किया गया. वित्त मंत्रालय ने अपनी टिप्पणी में गैस के दाम की सीमा तय करने या फिर रिलायंस को पुराने दाम पर गैस बेचने के लिये कहने जैसी कोई बात नहीं कही.
मोइली ने कहा ‘मुझे नहीं लगता कि इसका कुछ और अर्थ निकाला जा सकता है. यह निर्णय काफी सोच विचार के बाद लिया गया और मेरा मानना है कि इसमें काफी समय लिया गया. एक बार निर्णय ले लिये जाने के बाद हम उस पर अडिग रहेंगे.’
गैस के दाम में होने वाली वृद्धि को सीमित किये जाने की संभावना को दरकिनार करते हुये मोइली ने कहा ‘सीसीईए का फैसला बरकरार है. इसमें कोई बदलाव नहीं है. और केवल पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ही नहीं, सरकार में भी इसमें बदलाव पर कोई विचार नहीं हो रहा है.’
मोइली ने कहा ‘सीसीईए ने घरेलू गैस के दाम डा. रंगराजन समिति द्वारा सुझाये गये फार्मूले के आधार पर तय करने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इस फार्मूले के अनुसार तय दाम सभी घरेलू उत्पादित गैस और सभी उपभोक्ता क्षेत्रों पर समान रूप से लागू होंगे.’
फार्मूले के अनुसार प्रत्येक तिमाही गैस के दाम की समीक्षा होगी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैस के बढ़ते दाम को देखते हुये यह चिंता बनी है कि यदि गैस मूल्य निर्धारण को खुला छोड़ दिया गया तो जल्द ही देश में गैस के दाम 10 से 12 डालर तक पहुंच जायेंगे. नया गैस फार्मूला पांच साल तक प्रभावी रहेगा.