ग्लोबल रेटिंग और रिसर्च कंपनी मूडीज एनेलिटिक्स ने सोमवार को कहा कि रिजर्व बैंक 4 अगस्त की अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है क्योंकि औसत बारिश और जिंस मूल्य में गिरावट के मद्देनजर मुद्रास्फीति कम रह सकती है.
मूडीज ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक मंगलवार को मौद्रिक नीति की समीक्षा में 0.25 फीसदी की कटौती के साथ रेपो दर को सात फीसदी पर लाने का महत्वपूर्ण फैसला कर सकता है. मूडीज एनेलिटिक्स, मूडीज कार्पोरेशन की शाखा है और यह आर्थिक अनुंसधान एव विश्लेषण का काम करती है.
रिपोर्ट के मुताबिक औसत से कम बारिश का अनुमान सफल नहीं हुआ है और बारिश दीर्घकालिक औसत के करीब है जो खरीफ फसल की बुवाई के लिए अच्छा संकेत है. मूडीज एनेलिटिक्स ने कहा है कि पिछले साल के मुकाबले प्रमुख खरीफ फसलों की बुवाई वाले रकबे में दहाई अंक की इजाफा हुआ है. हालांकि मानसून सत्र अभी खत्म नहीं हुआ है इसलिए हमारा मानना है कि आरबीआई के पास नीतिगत दर में कटौती का मौका है क्योंकि बेहतर खाद्य आपूर्ति से मुद्रास्फीति पर लगाम लगने की संभावना है.
जुलाई में मानसूनी बारिश बढ़ी है और अगस्त में यह स्थिति बरकरार रहने की उम्मीद है. गौरतलब है कि मौसम विभाग ने जून में अनुमान जताया था कि इस साल बारिश कम होगी. रिपोर्ट के मुताबिक हाल के वैश्विक घटनाक्रमों से भी मुद्रास्फीतिक दबाव नियंत्रित रहने का संकेत मिलता है क्योंकि वैश्विक स्तर पर जिंस विशेष तौर पर ईरान परमाणु सौदे के मद्देनजर कच्चे तेल की कीमत में गिरावट हो रही है.