भारत की आर्थिक वृद्धि दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 7.2 फीसदी पर रहने की संभावना है. इससे पिछली तिमाही में विकास दर 7.5 फीसदी थी. रेटिंग एजेन्सी मूडीज एनालिटिक्स ने गुरुवार को कहा कि कम उत्पादन एवं कमजोर ग्लोबल मांग के चलते वृद्धि दर में गिरावट देखने को मिल सकती है.
रेटिंग एजेन्सी ने केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO) द्वारा नए जीडीपी आंकड़ों की श्रंखला पर भी सवाल उठाए हैं. गौरतलब है कि CSO ने पिछली तिमाही के आंकड़ों से 2011-12 को आधार वर्ष के तौर पर लिया है. मूडीज ने कहा कि नए आंकड़े संदेहपूर्ण हैं क्योंकि वे अर्थव्यवस्था के अन्य संकेत के अनुरूप नहीं हैं.
CSO के नए जीडीपी आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2013-14 में 6.9 फीसदी रही और वर्ष 2014-15 में इसके 7.4 फीसदी रहने का अनुमान है. सीएसओ मार्च तिमाही के जीडीपी आंकड़े शुक्रवार को जारी करेगा. इन आंकड़ों में लगातार दूसरी तिमाही में भारत में विकास दर चीन से अधिक रहने का अनुमान है.