विजय माल्या को लोन देने के मामले में बैंको के कई और अधिकारियों पर गाज गिर सकती है. सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में जो सबूत सामने आये है, उनमें पाया गया है कि बैंक ने माल्या को लोन देने मे सरकारी नियमों को दरकिनार किया था.
इससे पहले गलत तरीके से 720 करोड़ रुपये का लोन अप्रूव करने के मामले में सीबीआई आईडीबीआई बैक के कई बड़े अधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है. एसबीआई समेत 26 बैंकों के कंसोर्शियम ने 7200 करोड़ रुपये के लोन डिफॉल्ट के मामले मे विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस के खिलाफ मामला दर्ज किया था. शिकायत करनेवाले बैंको में सरकारी और प्राइवेट बैंक शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक किंगफिशर एयरलाइंस ने इतना बड़ा लोन पाने के लिये कागजातो में हेराफेरी की और बैंक के अधिकारियों को रिश्वत देकर गैरकानूनी तरीके से लोन हासिल किया. अब जांच एजेसी इस बात की तस्दीक कर रही है कि गैरकानूनी मदद करने के लिये आखिरकार किस बैंक के किन-किन अधिकारियों की मिलीभगत है.
अपनी जांच में सीबीआई ने इन अधिकारियो से पूछताछ भी शुरूकर दी है. और सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर अधिकारी जांच एजेसी के सवालों का संतोषजनक जवाब नही दे पा रहे हैं. अगर सूत्रों की मानें तो सीबीआई इस मामले में बहुत जल्द कई बैंकों के अधिकारियों की गिरफ्तारी कर सकती है.