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नई टेक्नोलॉजी के सहारे तैयार हुआ छत्तीसगढ़ का नया रायपुर

छत्तीसगढ़ में इंडिया टुडे समूह द्वारा आयोजित स्टेट ऑफ स्टेट कॉन्क्लेव में राज्य के टेक्निकल एजुकेशन मंत्री पीपी पांडेय ने कहा कि राज्य ने महज 16 साल में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा इंफ्रा तैयार किया है. केन्द्र और राज्य सरकार निजी क्षेत्र पर निर्भर है. हालांकि राज्य ने स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में सराहनीय काम किया है.

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नई टेक्नोलॉजी नया रायपुर
नई टेक्नोलॉजी नया रायपुर

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छत्तीसगढ़ में इंडिया टुडे समूह द्वारा आयोजित स्टेट ऑफ स्टेट कॉन्क्लेव में राज्य के टेक्निकल एजुकेशन मंत्री पीपी पांडेय ने कहा कि राज्य ने महज 16 साल में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा इंफ्रा तैयार किया है. केन्द्र और राज्य सरकार निजी क्षेत्र पर निर्भर है. हालांकि राज्य ने स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में सराहनीय काम किया है. शिक्षा मंत्री के मुताबिक बीते 14 साल के दौरान राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ा में नए रायपुर का विकास एक आर्थिक हब के तौर पर किया है और अब नया रायपुर पूरे देश के साथ जुड़ने के लिए तैयार हो चुका है.

स्कूल में गणित और विज्ञान की पढ़ाई पर बोलते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि स्कूल जाने के बाद भी बच्चे शिक्षित न हों तो इसमें स्कूल बनाने का क्या फायदा होगा. उन्होंने कहा कि यदि मिडिल स्कूल तक के बच्चे न्यूनतम गणित नहीं जानते हैं तो स्कूल खोलने से क्या फायदा है. पांडेय ने कहा कि गांव-गांव तक स्कूल ले जाने की मजबूरी इसलिए बनी क्योंकि अभिभावक बच्चों को अपने से दूर स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं थे.

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आईआईएम रायपुर के डायरेक्टर भरत भास्कर ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में माइनिंग को आगे बढ़ाने के लिए नई टेक्नोलॉजी की जरूरत है. लेकिन छत्तीसगढ़ अब इन क्षेत्रों में शुरू करने जा रहा है और इन क्षेत्रों में राज्य आगे बढ़ सकता है. भास्कर ने कहा कि पहले हम गेमिंग इंडस्ट्री को बुरा मानते थे लेकिन आज दुनियाभर में गेमिंग इंडस्ट्री कई गुना बड़ी हो चुकी  है.

हालांकि राज्य के रेवेन्यू बोर्ड के प्रेसिडेंट केडीपी राव ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य पर्सनॉलिटी तैयार करना है. लेकिन शिक्षा का काम रोजगार देना नहीं है. नया रायपुर इसी तर्ज पर तैयार हो रहा है जिससे नई टेक्नोलॉजी और नॉलेज बेस्ड इंडस्ट्री केलिए सबसे बेहतर होगा. पीपी पांडेय ने कहा कि देश में अभी भी अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर का जीडीपी में योगदान 45 फीसदी से अधिक है. पांडेय ने कहा कि राज्य में स्किल डेवलपमेंट सेंटर पर काम तेजी से चल रहा है. बडी संख्या में राज्य में स्किल्ड बेस्ड फोर्स को तैयार किया गया है.

पांडेय ने कहा कि लोग रोजगार एक्सचेंज में नाम लिखा लेते हैं. लेकिन नाम लिखाने के बाद वह या तो उच्च शिक्षा के लिए चला जाता है नहीं स्वरोजगार के साधन तलाश लेता है. इसके बावजूद वह एक्सचेंज से अपना नाम नहीं कटवाता और राज्यों के बेरोजगारी आंकड़े हमेशा उंचे बने रहते हैं.

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