बहुचर्चित पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ लगातार जारी है. इस बीच अब उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर भी जांच की आंच पहुंचनी शुरू हो गई है. मामले के लगभग तीन महीने बाद ईडी की ओर से नीरव मोदी की बहन पूर्वी मेहता को नोटिस जारी किया गया है. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग द्वारा पैसे के दुरुपयोग का आरोप है. पूर्वी मेहता को मुंबई ईडी ऑफिस में पेश होने को कहा गया है.
सूत्रों की मानें तो पूर्वी मेहता को पिछले हफ्ते 15 दिनों की डेडलाइन के साथ नोटिस जारी किया गया था. अगर वे पेश नहीं होती हैं तो उन्हें दोबारा समन भेजा जाएगा. आपको बता दें कि पूर्वी मेहता अभी अपने परिवार के साथ हॉन्गकांग में हैं.
ऐसी कम ही उम्मीद है कि वह पेश होंगी. वह भी अपने भाई नीरव मोदी की तरह भारत आने से किनारा कर सकते हैं. हालांकि, एजेंसी लगातार नियमों के अनुसार उन्हें नोटिस के जरिए सूचित कर रही है.
एजेंसी को शक है कि नीरव मोदी के कहने पर ही पूर्वी मेहता ने मनी लॉन्ड्रिंग और राउंड ट्रिपिंग में उनकी मदद की. अभी तक इस मामले में ईडी ने 6000 करोड़ रुपए को ट्रेस कर लिया है. एफडीआई के जरिए कई पैसा वापस देश में आ रहा है. सूत्रों की मानें तो करीब 271 करोड़ रुपए को पूर्वी मेहता की कंपनी के जरिए ही लाया गया.
16 फरवरी, 2018 को इनकम टैक्स ने इस मामले में पूरी रिपोर्ट सबमिट की थी. जिसमें कहा गया था कि 4900 करोड़ रुपए की कोई जानकारी नहीं थी. इसमें दो ही ट्रांजैक्शन की जानकारी साझा की गई थी.
इसमें नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड ने मार्च 2013 से अप्रैल 2014 के बीच में 284 करोड़ रुपए का फंड रिसीव किया था. ये फंड जेडे ब्रिज होल्डिंग लिमिटेड कंपनी से प्राप्त हुआ था. आयकर विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस विदेशी फंड का कोई कागजी सबूत पेश नहीं किया गया. वहीं दूसरे ट्रांजैक्शन में सिंगापुर की कंपनी इस्लिंगटन इंटरनेशनल होल्डिंग से करीब 271 करोड़ रुपए रिसीव किए गए थे. बताया जा रहा है कि इसी कंपनी से पूर्वी मेहता का संबंध है.
गौरतलब है कि नीरव मोदी की फायरस्टार डायमंड के अलावा पीएनबी से हजारों करोड़ का घोटाले करने में उनके रिश्तेदार मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड को भी संदिग्ध रखा गया है. हाल ही में ऐसी खबर थी कि नीरव मोदी की तीन कंपनियों की नीलामी की जा रही है लेकिन बाद में ये नीलामी टल गई थी.
पंजाब नेशनल बैंक-नीरव मोदी घोटाले की गुत्थी सीबीआई और ईडी अभी सुलझा ही रही थी कि इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ था. नए खुलासे में पता चला है कि घोटाले की रकम 11400 करोड़ नहीं बल्कि इससे भी ज्यादा है.
पंजाब नेशनल बैंक की तरफ से खुद इस बात की जानकारी दी गई है कि इस घोटाले की रकम में अन्य 1300 करोड़ रुपए के फ्रॉड ट्रांजैक्शन का पता लगा है. यानी पहले के 11400 और अब 1300 करोड़ के खुलासे के बाद अब स्कैम की कुल रकम 12700 करोड़ रुपए हो गई है.