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बेरोजगारों के आएंगे अच्छे दिन, जल्द मिलेगी अच्छी खबर : नीति आयोग

पिछले साढ़े तीन साल में भले ही मोदी सरकार पर देश में रोजगार पैदा करने में विफल रहने के इल्जाम लग रहे हों, लेक‍िन नीति आयोग की राय इससे अलग है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने गुरुवार को कहा कि आयोग जल्द ही रोजगार के आंकड़ों को लेकर रिपोर्ट जारी करेगा. उन्होंने दावा किया कि जल्द ही रोजगार के मोर्चे पर अच्छी खबर मिलेगी.

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रोजगार को लेकर मिलेगी अच्छी खबर : नीति आयोग उपाध्यक्ष राजीव कुमार
रोजगार को लेकर मिलेगी अच्छी खबर : नीति आयोग उपाध्यक्ष राजीव कुमार

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विशेषज्ञों के मुताबिक पिछले साढ़े तीन साल में भले ही मोदी सरकार पर देश में रोजगार पैदा करने में विफल रही हो, लेक‍िन नीति आयोग की राय इससे अलग है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने गुरुवार को कहा कि आयोग जल्द ही रोजगार के आंकड़ों को लेकर रिपोर्ट जारी करेगा. उन्होंने दावा किया कि जल्द ही रोजगार के मोर्चे पर अच्छी खबर मिलेगी.

आयोग जारी करेगा रिपोर्ट

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार की तरफ से यह घोषणा ऐसे समय पर की गई है, जब विशेषज्ञ लगातार देश में रोजगार कम होने की बात कह रहे हैं. ऐसे में राजीव कुमार के बयान को काफी अहम समझा जा रहा है.

'बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए जाते हैं आंकड़े'

राजीव कुमार ने प्रधानमंत्री की अर्थशास्त्र‍ियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के आंकड़ों के अभाव में जो आंकड़े आपके सामने पेश होते हैं, ये बढ़ा-चढ़ाकर पेश किये जाते हैं. कुमार ने बताया कि हमने रोजगार पर बार-बार जनता के सामने पेश होने वाले आंकड़ों पर गौर करने के लिए कार्यबल गठित किया था. इसकी रिपोर्ट जल्द ही जारी की जाएगी.

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'अलग तस्वीर आएगी नजर'

कुमार ने कहा कि इस रिपोर्ट में जो आंकड़े सामने आए हैं, वे आंकड़े श्रम ब्यूरो और सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) की तरफ से पेश आंकड़ों से एकदम जुदा है. उन्होंने दावा किया कि रोजगार के मोर्चे पर अच्छी खबरें हैं, जो आम लोगों को जल्द सुनने को मिल सकती हैं.

श्रम मंत्रालय के मुताबिक, रोजगार के मौके घटे

बता दें कि देश में नई नौकरी पैदा करने की रफ्तार मौजूदा सरकार के कार्यकाल के दौरान 2015 में निचले स्तर पर पहुंच गई जब महज 1 लाख 35 हजार नई नौकरियां पैदा की गई. जबकि 2014 के दौरान 4 लाख 21 हजार नौकरियां पैदा हुई थी और 2013 में यह आंकड़ा 4 लाख 19 हजार से अधिक रहा. यह आंकड़ा श्रम मंत्रालय द्वारा जारी किया गया है.

उच्चतम स्तर पर पहुंच गया बेरोजगारी का आंकड़ा

श्रम मंत्रालय की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2016 में बेरोजगारी का आंकड़ा 2016 के दौरान उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. जबकि 2014 और 2013 के दौरान देश में बेरोजगारी 4.9 और 4.7 फीसदी क्रमश: रही. इन आंकड़ों के चलते हाल में हुए गुजरात चुनावों में सत्तारूढ़ बीजेपी को ग्रामीण इलाकों में वोट बैंक दरकता दिखाई दिया.

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