केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए 30 पायलट प्रोजेक्ट शुरु कर दिए गए हैं और इसके लिए कंप्यूटराइज्ड ड्राइविंग टेस्ट अनिवार्य किए जाएंगे. इसके साथ ही गडकरी ने बताया कि बिना ड्राइविंग टेस्ट दिए लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा. एक बार ड्राइविंग टेस्ट क्लियर होने के बाद महज तीन दिनों के अंदर लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा.
आधार कार्ड से लिंक होगा ड्राइविंग लाइसेंस
नितिन गडकरी ने कहा, ड्राइविंग लाइसेंस को अब आधार कार्ड से भी जोड़ा जाएगा. एक तरफ ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की सारी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाएगा, वहीं दूसरी ओर यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी व्यक्ति का फर्जी लाइसेंस न बने. उन्होंने कहा कि देश में फर्जी लाइसेंस बनाना बहुत आसान हो गया है इसीसे लोगों के पास एक से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस हैं. अब इसपर सख्त कदम उठाए जाएंगे और कोशिश होगी फर्जी लाइसेंस न बनें.
नितिन गडकरी ने राज्यों से राज्य राजमार्ग के साथ नगर निगम और जिला सड़कों को दुरूस्त करने की अपील की. उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय केंद्रीय सड़क उपकर में से कुछ सहायता केंद्र से राज्यों को उपलब्ध कराए जाने के बारे में वित्त मंत्रालय से संपर्क करने पर विचार कर रहा है.