स्टेट बैंक ऑफ इंडिया फिलहाल अपने सहयोगी बैंकों के विलय में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. उसकी चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि इस समय हम किसी बैंक तुरंत विलय पर विचार नहीं कर रहे हैं.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पांच सहयोगी बैंक हैं. ये हैं स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ मैसूर. भट्टाचार्य ने कहा कि इनमें से चार बैंकों ने बढ़िया प्रदर्शन किया है और इसलिए हम उन्हें स्थिर देखना चाहते हैं. वे जब एक लेवल पर आ जाएंगे तो हम विलय के बारे में सोचेंगे. उन्होंने यह बी कहा कि अभी ग्रुप बैंक में विलय के अलावा भी करने को काफी कुछ है.
भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने एसोसिएट बैंकों के विलय के बारे में कोई ब्लूप्रिंट नहीं बनाया है. ध्यान रहे कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में उसके सहयोगी बैंकों के विलय के मुद्दे पर काफी समय से बात चल रही है, लेकिन भट्टाचार्य के इस बयान के बाद लगता नहीं है कि उनका विलय होगा.