चेन्नई में स्थित नोकिया का प्लांट बंद किए जाने का विरोध जारी है. मंगलवार को कंपनी ने घोषणा की थी कि कंपनी यहां अपने काम काज को बंद कर रही है. यह प्लांट श्रीपेरंबदुर में है. नोकिया के इस फैसले पर केंद्र सरकार ने बुधवार को कहा है कि वो इस मामले की तह तक जाएगी और यह तय करेगी कि ऐसे मामले दोबारा न हों. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘इस तरह के मामले दोबारा न हों हम यह तय करेंगे और मेक इन इंडिया कैंपेन को बढ़ावा देंगे.’
नोकिया इंडिया इम्पलॉइज यूनियन के मुताबिक इस प्लांट में अभी 900 कामगार हैं. पहले यहां 6,600 कर्मचारी थे. कंपनी ने वीआरएस देकर 5,700 को विदा कर दिया था लेकिन बाकी कर्मचाकी जाने को तैयार नहीं थे. अब कंपनी ने क्लोजर नोटिस जारी कर दिया है और उनकी सेवाएं खत्म कर दी हैं.
दरअसल माइक्क्रोसॉफ्ट और नोकिया के आपसी सौदे के कारण इस फैक्टरी को बंद किया जा रहा है. माइक्रोसॉफ्ट ने इसे अपने पास नहीं रखा. इसलिए कंपनी प्रबंधन ने यहां हैंडसेट बनाना बंद करके प्लांट को बंद की भी घोषणा कर दी.
वहां के नोकिया कर्मचारी यूनियन के नेता ए सौंदरराजन ने कहा, ‘यह अवैध फैसला है, हमें फैक्टरी छोड़ देने को कहा जा रहा है. अब हम अगले हफ्ते बैठक करेंगे और कानूनी विकल्पों का सहारा लेंगे. यूनियम लेबर डिपार्टमेंट में भी शिकायत करेगी.’
नोकिया ने अपने बयान में सिर्फ इतना ही कहा है कि इस नोटिस से कर्मचारियों पर पड़ने वाले असर को कम से कम करने का प्रयास करेगी. सभी विवरण मिल जाने के बाद कंपनी विस्तृत सूचना देगी.