नोटबंदी के बाद से 21 दिसंबर तक 3590 करोड़ रुपये से ज्यादा की अघोषित आय का पता चला है. आयकर विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान 505 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए गए, जिनमें से 93 करोड़ रुपये नए करेंसी नोट में थे.
इसके साथ ही सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग ने इस संबंध में आगे की जांच के लिए 215 मामले ईडी को, जबकि 185 मामले सीबीआई के पास भेजे हैं. इसके अलावा विभाग ने 3,589 से ज्यादा नोटिस जारी किए हैं.
आयकर रिटर्न न भरने वाले 67.54 लाख लोगों की पहचान
बता दें कि नोटबंदी के बाद पुराने नोटों को बदलने और नए नोटों के काले धंधे में लगे लोगों को पकड़ने के लिए आयकर विभाग की टीमें देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार छापे मार रही है. इस बीच विभाग ने वित्त वर्ष 2014-15 के लिए संभावित कर देनदारी के बावजूद आयकर रिटर्न न भरने वाले 67.54 लाख लोगों की पहचान की है. ये वो लोग हैं जिन्होंने वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान बड़ी राशि वाले लेन-देन तो किए हैं, लेकिन संबंधित वर्ष 2015-16 के लिए आयकर रिटर्न नहीं भरे हैं. विभाग ने ऐसे लोगों की पहचान के लिए नॉन-फाइलर मॉनीटरिंग सिस्टम (एनएमएस) शुरू किया था. सिस्टम के तहत आयकर न भरने वाले की पहचान एआईआर, सीआईबी और टीडीएस/टीसीएस डेटाबेस में उपलब्ध जानकारियों के विश्लेषण करने के बाद किया गया. विश्लेषण का काम केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के प्रणाली निदेशालय द्वारा किया गया.