लंबे समय से घाटे में चल रही सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी VRS योजना को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बीएसएनएल के 77,000 से ज्यादा कर्मचारियों ने अब तक वीआरएस का विकल्प चुना है.
दरअसल, बीएसएनएल के कुल डेढ लाख कर्मचारियों में से करीब 1 लाख कर्मचारी वीआरएस लेने के पात्र हैं. वहीं बीएसएनएल को उम्मीद है कि यदि 70,000 से 80,000 कर्मचारी वीआरएस योजना को अपनाएंगे तो इससे वेतन मद में करीब 7,000 करोड़ रुपये की बचत होगी.
यहां बता दें कि बीएसएनएल की वीआरएस योजना 5 नवंबर को पेश की गई और यह 3 दिसंबर तक खुली रहेगी. ऐसे में इस बात की संभावना है कि 3 दिसंबर तक बीएसएनएल के करीब 95 फीसदी पात्र कर्मचारी वीआरएस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं.
क्या है वीआरएस योजना में?
50 साल की आयु पूरी कर चुके या उससे अधिक उम्र के बीएसएनएल के सभी नियमित और स्थायी कर्मचारी वीआरएस के लिए आवेदन देने के पात्र हैं. इसमें वे कर्मचारी भी शामिल हैं जो बीएसएनएल के बाहर दूसरे संगठन में प्रतिनियुक्ति आधार पर काम कर रहे हैं. वहीं बीएसएनएल की वीआरएस योजना के तहत मिलने वाली रकम की बात करें तो 53.5 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों को उनके वेतन का 125 फीसदी मिलेगा.
इसी तरह 50 से 53.5 साल के आयु वाले कर्मचारियों को उनके उतने वेतन का 80 से 100 फीसदी तक भुगतान किया जाएगा, जिसे वह अपनी सर्विस की शेष अवधि में हासिल कर सकते हैं. वीआरएस का चयन करने पर 55 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों की पेंशन तभी शुरू की जाएगी जब वे 60 साल पूरे कर लेंगे. इस योजना की प्रभावी तारीख 31 जनवरी 2020 है. बता दें कि महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) ने भी अपने कर्मचारियों के लिये वीआरएस लागू करने का ऐलान किया है.