पाकिस्तान के ऑयल ऐंड गैस रेगुलेटरी अथॉरिटी (Ogra) ने मई माह के लिए पेट्रोल की कीमत में 14.38 रुपये और हाई स्पीड डीजल की कीमत में 4.89 रुपये प्रति लीटर की बढ़त करने की सिफारिश की है. इससे जनता की बदहाली और बढ़ेगी क्योंकि वहां पहले से ही हाई स्पीड डीजल (HSD) 117 रुपये लीटर तक बिक रहा है. यानी बढ़त के बाद एचएसडी के दाम 122 रुपये लीटर तक पहुंच सकते हैं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से पाकिस्तान के रेगुलेटर ने सभी पेट्रोलियम उत्पादों में 15 फीसदी की बढ़त की सिफारिश की है. रेगुलेटर ने केरोसीन ऑयल और लाइट डीजल ऑयल के लिए भी क्रमश: 7.45 रुपये प्रति लीटर और 6.41 रुपये प्रति लीटर की बढ़त करने की सिफारिश की है. हालांकि पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक सरकार जनता को राहत देने के लिए टैक्स घटाने जैसे कई उपायों पर भी विचार कर रही है. रमजान के पहले कीमतें बढ़ाने से सरकार की काफी आलोचना हो सकती है.
पिछले महीने ही सरकार ने सभी पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 6.45 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी थी. अप्रैल माह के लिए लागू कीमतों के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 6 रुपये प्रति लीटर और केरोसीन तथा लाइट डीजल ऑयल (LDO) में 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़त की गई. इसके बाद हाई स्पीड डीजल 117 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल 99 रुपये लीटर हो गया. इससे वहां की जनता पहले ही काफी परेशान थी.
ओगरा की सिफारिशें मानी गईं तो मई माह में पेट्रोल की कीमत मौजूदा 99 रुपये से बढ़कर 113 रुपये और एचएसडी 117 रुपये से बढ़कर 122 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी. एलडीओ की कीमत 80 रुपये से बढ़कर 86 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी. इसी तरह केरोसीन तेल के दाम प्रति लीटर 96 रुपये तक पहुंच जाएंगे.
तेल मार्केटिंग कंपनियों का कहना है कि मौसमी प्रभाव की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं. गर्मी की वजह से गर्म देशों में बिजली उत्पादन के लिए और गेहूं की कटाई की वजह से भी तेल की मांग बढ़ती जा रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान से कच्चे तेल की खरीद पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ती जा रही है. ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 71 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई है.
कुछ महीने पहले पाकिस्तान सरकार ने सभी पेट्रोलियम पदार्थों पर जनरल सेल्स टैक्स बढ़ाकर 17 फीसदी कर दिया था. पेट्रोल और एचएसडी दो ऐसे बड़े उत्पाद हैं जिनसे सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है, क्योंकि देश में इनकी खपत बढ़ती जा रही है. देश में पेट्रोल की हर महीने खपत करीब 7 लाख टन और एचएसडी की खपत 9 लाख टन है. केरोसीन और एलडीओ की खपत करीब 10 हजार टन प्रति महीना होती है. पाकिस्तान में पेट्रोलियम की कीमत साल 2017 से ही बढ़ती जा रही है.