वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में कहा कि हम GST बिल को पास कराने में सफल रहेंगे क्योंकि वस्तु एवं सेवा कर सिर्फ समय की बात है, मतदान के लिए पेश होने पर हम इसे पारित कराने में कामयाब रहेंगे.
कॉरपोरेट टैक्स के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का पहला चरण अगला वित्त विधेयक आने पर शुरू होगा. पिछली तारीख से कर लगाने का डर अब खत्म हो गया है और दो-तीन मुद्दे अभी कानूनी अड़चनों के कारण बचे हुए हैं.
इसके अलावा अरुण जेटली ने अपने संबोधन में कहा कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश विधेयक प्रवर समिति के पास है और सरकार आगामी सत्र में सहमति बनाने की संभावना की तलाश कर रही है. बिजली क्षेत्र की प्रगति के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमने बिजली क्षेत्र के सुधार को अंतिम स्वरूप दे दिया है और अगले कुछ घंटों में इसकी घोषणा कर सकते हैं.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिवालियापन कानून संबंधी संशोधन विधेयक संसद के अगले सत्र में पेश किए जाने की भी बात की. इसके अलावा उन्होंने बताया कि अप्रत्यक्ष कर संग्रह में भारी बढ़ोतरी हुई है इसके साथ ही 31 अक्टूबर तक राजस्व प्राप्ति 36.5 प्रतिशत बढ़ी है.
भारतीय बाजार को सचेत करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत दर में बढ़ोतरी से अफरा-तफरी आ सकती है, हमारी रणनीति अर्थव्यवस्था मजबूत करने की है ताकि असर क्षणिक और अस्थाई हो.