विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने यह कहते हुए बीजेपी पर करारा प्रहार किया है कि उसकी नीतियां सांप्रदायिक एजेंडे से प्रेरित हैं. पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने संघर्ष-विराम उल्लंघन को लेकर केंद्र व राज्य सरकार पर भी प्रहार किया.
महबूबा मुफ्ती ने अलगाववादियों व पाकिस्तानी उच्चायुक्त के बीच भेंट को लेकर पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द करने पर भी सवाल खड़ा किया. महबूबा ने संवाददाताओं से कहा, 'यह (आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी) बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है. इस राज्य के लिए सबसे बड़ी क्षति यह है कि बीजेपी जैसी पार्टी, जिसका सांप्रदायिक एजेंडा है, वे सभी मुद्दे उठा रही हैं, जिनसे ध्रुवीकरण हो सकता है. उन्होंने भागवत के इस बयान की आलोचना की कि सभी भारतीय हिंदू हैं. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का एजेंडा है, जो अनुच्छेद 370 खत्म करना, राम मंदिर निर्माण और समान नागरिक संहिता चाहती है.
महबूबा ने कहा, बीजेपी को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के हाथों में है. पीडीपी का एजेंडा है कि वह ऐसी सांप्रदायिक ताकतों से सीधी टक्कर लेगी, जो राज्य में ध्रुवीकरण करने की कोशिश में हैं और उन्हें सफल नहीं होने देगी.