देश में लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों ने आम आदमी की चिंता को काफी बढ़ा दिया है. करीब 16 दिन जब बुधवार को एक पैसा पेट्रोल सस्ता हुआ तो इसे किसी मज़ाक से कम नहीं कहा जा सकता. विपक्ष भी इस मुद्दे पर लगातार सरकार को निशाने पर ले रहा है. इस बीच केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि पेट्रोल-डीज़ल के दामों में जो रोज फेरबदल होता है उसका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि दाम में रोजाना का बदलाव पूरी तरह से कंपनियों के हाथ में है और कीमतों पर फैसला पूरी तरह उनका ही होता है, सरकार का नहीं. वहीं बुधवार को जब पेट्रोल के दाम में एक पैसे की कमी आई और गलती से इसे 60 पैसा बता दिया गया तो इस पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ये गलती कंपनी की तरफ से हुई थी, लेकिन फिर भी मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार पेट्रोल-डीजल के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी सरकार को घेर रहे हैं. इस पर केंद्रीय मंत्री बोले कि हम लोग राहुल गांधी की बात को सीरियसली नहीं लेते हैं.
केंद्रीय मंत्री ने बताया क्यों बढ़ रहे हैं दाम
धर्मेंद्र प्रधान ने दाम की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण भी गिनाए. उन्होंने कहा कि जिस तरह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल के दाम बढ़ रहे हैं, डॉलर-रुपया का जो आज के समय में दाम है और राज्य-केंद्र के टैक्स का जो हिस्सा है इसी कारण दामों पर असर पड़ रहा है.
वहीं उन्होंने बताया कि OPEC देशों के द्वारा अपना प्रोडक्शन घटाना, ईरान-यूएस प्रतिबंध और वेनेजुएला में अस्थिरता के कारण भी दामों पर फर्क पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल सितंबर में हमने केंद्रीय स्तर पर दाम घटाया था, सिर्फ एक्साइज़ ड्यूटी ही नहीं बल्कि राज्य के वैट से भी दाम पर फर्क पड़ता है. धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में भी शामिल किए जाने पर लगातार विचार चल रहा है. हम सभी कोशिश कर रहे हैं.
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के पेट्रोल-डीजल के दाम 25 रुपए तक लाने के बयान पर उन्होंने कहा कि ये एक गैर जिम्मेदाराना बयान है. हम जानते हैं कि उनके कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था की हालत कैसी थी. हमारी सरकार आज देश के इंफ्रास्ट्रक्चर और गरीबों की भलाई में पैसा इन्वेस्ट कर रही है.