हैरान-परेशान लोगों के लिए बड़ी खबर. चुनाव के ठीक पहले पेट्रोल के दाम घटने जा रहे हैं. इस आशय का फैसला तेल कंपनियों ने लिया है.
आर्थिक समाचार पत्र द इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक चुनाव के पहले चरण के पूर्व पेट्रोल के दाम में 1.25 रुपये घटेंगे. लेकिन डीजल के दाम में 50 पैसे की बढ़ोतरी होगी. तेल कंपिनयों ने यह फैसला किया है और सरकार उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी. लेकिन चुनाव आयोग कर सकता है. अभी चुनाव आयोग ने गैस के दाम बढ़ने नहीं दिए जो कि पहले से तय हैं.
पेट्रोल के दाम अब तेल कंपनियां ही बढ़ाती-घटाती हैं. सरकार का उसमें कोई नियंत्रण नहीं है. लेकिन सरकार को हस्तक्षेप करने का अधिकार है. केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने इस आशय का निर्णय काफी पहले कर दिया था. इसके तहत ही हर महीने डीजल के दाम में 50 पैसे की बढ़ोतरी होती है.
अब तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम घटाने जा रही हैं. इसकी वजह यह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत घटी है तथा डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ है.
डीजल के हर लीटर पर सरकार को अभी 7.16 रुपये का घाटा हो रहा है जिसे सब्सिडी से पूरा किया जा रहा है.