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पीयूष गोयल बोले-GST रामसेतु जैसा, गिलहरी की तरह सबने दिया योगदान

जीएसटी ने पूरे देश को उसी तरह से पिरोने का काम किया है जैसे गिलहरियों के छोटे-छोटे योगदान से रामसेतु बनाने का काम किया गया था.

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पीयूष गोयल
पीयूष गोयल

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जीएसटी के एक साल पूरे होने पर वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सालभर में इसका सबसे बड़ा फायदा समझ में आ गया है. इससे देश का कारोबार पूरी तरह से पारदर्शी हो चुका है. कारोबार में पारदर्शिता आने से देश में छोटे और मध्यम कारोबार को बड़ा फायदा मिलेगा क्योंकि बेईमानी का अब रास्ता बंद किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि जीएसटी ने पूरे देश को उसी तरह से पिरोने का काम किया है जैसे गिलहरियों के छोटे-छोटे योगदान से रामसेतु बनाने का काम किया गया था.

GST को रामसेतु से जोड़ते हुए गोयल ने कहा, 'इस नई व्यवस्था को सफल बनाने में सभी ने गिलहरी की तरह छोटा-छोटा योगदान दिया और पूरे देश को आर्थिक रूप से जोड़ने वाला रामसेतु, जो एक साल में बनकर तैयार हुआ है, उसके लिए सभी को बधाई देता हूं.'

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वित्तमंत्री की मानें तो GST की सफलता के पीछे पूरे देश का योगदान है. उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी के साथ-साथ अरुण जेटली का धन्यवाद किया. साथ ही तमाम विपक्षी पार्टियों के नेताओं को सहयोग के लिए भी आभार जताया. वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने जीएसटी के एक साल पूरे होने पर कहा कि अरुण जेटली उनके राजनीतिक गुरू हैं और वह कामना करते हैं कि वह जल्द से जल्द स्वस्थ होकर वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालें.

पीयूष गोयल ने आगे कहा कि ये सभी को सहयोग से संभव हो सका है. उन्होंने कहा, 'सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वित्तमंत्रियों, अलग-अलग राजनीतिक सोच-विचार रखने वाली पार्टियों के नेताओं की सर्वसम्मति से, उपभोक्ताओं और देश के लिए तमाम अधिकारी जो केंद्र या राज्य सरकार में काम करते हैं, व्यापार और उद्योग जगत से जुड़े लोगों के सहयोग से GST का एक साल आसानी से पूरा हुआ है.'

इस मौके पर पीयूष गोयल ने कहा कि जीएसटी से पहले देश में फैक्ट्रियों से माल बिल के साथ निकलता था लेकिन जब माल अपने टार्गेट पर पहुंचता था तब उस बिल को फाड़कर फेंक दिया जाता था. इससे फैक्ट्री में बना उतना सामान गणना में नहीं आता और राजस्व को नुकसान होता था. लेकिन अब जीएसटी से ऐसे नुकसान को रोक लिया गया है. गोयल ने कहा कि देश में युवा पीढ़ी ने इस कानून को सफलता पूर्वक लागू करने में अहम भूमिका अदा की है. गोयल के मुताबिक नई कंपनियों ने बड़ी उत्सुकता और उत्साह के साथ इस नए टैक्स व्यवस्था में शामिल होने का काम किया है.

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