जी हां, बहुत जल्दी ही प्लास्टिक से बने नोट बाजार में चलने लगेंगे. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इस योजना पर काम कर रही है ताकि जाली नोट की समस्या पर काबू पाया जा सके. एक आर्थिक पत्र ने यह खबर दी है.
बताया जाता है कि अगले साल तक इस तरह के प्लास्टिक से बने नोट जारी कर दिए जाएंगे जिनमें बेहतर सिक्योरिटी फीचर होंगे. प्लास्टिक के नोट जारी करने के पीछे एक और बड़ा कारण यह है कि कागज के नोटों की लाइफ कम होती है. वे जल्दी खराब हो जाते हैं और पानी तथा नमी को झेल नहीं पाते.
रिजर्व बैंक ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि करेंसी नोट ज्यादा समय तक प्रचलन में रहें और उनकी लाइफ ज्यादा हों, बैंक ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है. बैंक ने जनवरी में प्लास्टिक नोट छापने के लिए एक टेंडर जारी किया था. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर रघुराम राजन ने मई में कहा था कि 2015 में ये नोट जारी कर दिए जाएंगे. इन नोटों को पहले पांच शहरों में जारी किया जाएगा. ये हैं- कोच्चि, मैसूर, जयपुर, भुवनेश्वर और शिमला. इन शहरों के अलग-अलग वातावरण के कारण इन्हें चुना गया है. पहले कम राशि के नोट जारी होंगे.
प्लास्टिक नोटों की एक खूबी होती है कि उन पर जल्दी दाग नहीं पड़ते और वे जल्दी नहीं फटते. कई देशों में प्लास्टिक नोट प्रचलन में हैं.