प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में गोल्ड बॉन्ड सहित तीन योजनाएं लॉन्च की. इन तीन योजनाओं में स्वर्ण मौद्रीकरण योजना (जीएमएस), सार्वभौमिक स्वर्ण बांड योजना और स्वर्ण सिक्का एवं बुलियन योजना शामिल हैं.
लॉन्चिंग के दौरान स्कीम की महत्ता के बारे में बताते हुए मोदी ने कहा कि जब लोग छुट्टियों पर घर से बाहर जाते हैं तो उन्हें सोने को सुरक्षित रखने की चिंता लगी रहती है, इस स्कीम में हमने इस बात का ख्याल रखा है.
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने कहा, यह स्कीम महिला सशक्तिकरण के दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि सोना महिला की ताकत का विषय होता है. हम अक्सर देखते है कि महिलाओं के नाम कुछ नहीं होता है घर, कार जैसी चीजें पति या बेटे के नाम होती है लेकिन अब महिलाओं के लिए ये स्कीम कारगर साबित होगी.
लॉन्च हुआ अशोक चक्र और महात्मा गांधी वाला सिक्का
प्रधानमंत्री ने पहला ऐसा सोने का सिक्का और बुलियन जारी किया जिस पर राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र और महात्मा गांधी का चित्र अंकित है. भारत ने सोने की खपत के मामले में इस साल अब तक 562 टन सोना खरीदकर सोने के सबसे बड़े खरीदार देश के तौर पर चीन को पीछे छोड़ दिया. भारत में 20,000 टन सोना बेकार पड़ा है, सोना महिला सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण पहलू है.
बेकार पड़े सोने को बैंकिंग प्रणाली में लाना है मकसद
स्वर्ण मौद्रीकरण योजना (जीएमएस) 2015, मौजूदा स्वर्ण जमा योजना, 1999 का स्थान लेगी. हालांकि स्वर्ण जमा योजना के तहत बकाया जमा को उसकी परिपक्वता अवधि तक चलाने की अनुमति होगी. सरकार ने सितंबर में जीएमएस को मंजूरी दी थी. इसका मकसद बेकार पड़े 5,40,000 करोड़ रुपये के 20,000 टन सोने के एक हिस्से को बैंकिंग प्रणाली में लाना है.
स्वर्ण मुद्रा 5 और 10 ग्राम में उपलब्ध
शुरुआत में भारत स्वर्ण मुद्रा 5 और 10 ग्राम में उपलब्ध होंगे. 20 ग्राम की बट्टी उपलब्ध होगी. एमएमटीसी के आउटलेट्स के जरिए 5 ग्राम के 15,000 सिक्के, 10 ग्राम के 20,000 सिक्के और 3,750 स्वर्ण बट्टियां उपलब्ध होंगी.