scorecardresearch
 

नीरव-चोकसी का हवाला नेटवर्क डिकोड, 140 फर्जी कंपनियों के जरिए विदेश भेजते थे पैसा

घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने हवाला ऑपरेटरों की मदद से 140 शेल कंपनियों में गलत तरीके से पैसे पहुंचवाए.

Advertisement
X
नीरव मोदी (फाइल फोटो)
नीरव मोदी (फाइल फोटो)

Advertisement

पीएनबी घोटाला सामने आने के बाद से ही रोजाना इससे संबंधित नए खुलासे सामने आ रहे हैं. जांच एजेंसियों ने अपनी जांच तेज कर दी है. प्रवर्तन निदेशालय उन 140 शेल कंपनियों कंपनियों की जांच में जुटी है जिसके सहारे पैसों का पूरा खेल किया जाता था.

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने हवाला ऑपरेटरों की मदद से 140 शेल कंपनियों में गलत तरीके से पैसे पहुंचवाए. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इन दोनों मुख्य आरोपियों की ओर से स्थापित 140 शेल कंपनियों की जांच में जुट गई है.

ईडी को हाईकोर्ट का नोटिस

वहीं नीरव मोदी की कंपनी की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी कर दिया है और अगली सुनवाई 19 मार्च को होगी. घोटाले को लेकर नीरव मोदी की कंपनी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

Advertisement

दूसरी तरफ एसएफआईओ ने पीएनबी के एमडी सुनील मेहता को समन जारी कर दिया है, इस घोटाले को लेकर पूछताछ की जाएगी. इससे पहले एसएफआईओ ने मंगलवार को निजी बैंक के प्रमुखों को समन जारी कर पूछताछ की थी. एसएफआईओ सभी बैंकों के प्रमुखों ने पीएनबी घोटाले के बारे में पूछताछ की जा रही है.

कहा जा रहा है कि ये शेल कंपनियां बैंक के पैसे को बाहर भेजने के लिए बहुस्तरीय नेटवर्क का अहम हिस्सा हुआ करती थीं. खास बात यह है कि हवाला ऑपरेटर्स शेल कंपनियां के जरिए इन पैसों का खेल करते थे.

ईडी इस घोटाले में शामिल हवाला ऑपरेटरों की प्रोफाइल भी जांच रहा है. इस माध्यम से कितने पैसों का खेल किया गया इसकी भी जांच जारी है.

नीलाम होगी नीरव की संपत्ति

नीरव मोदी को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया जा चुका है. वहीं ईडी ने 10 देशों को लेटर्स ऑफ रोगेटरी (एलआर) जारी कर दिया है, हालांकि इस पर प्रतिक्रिया आनी बाकी है.

ईडी ने पहले ही पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के देश से बाहर जाने के बाद उनकी करीब 5000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली. अब इस संपत्ति की नीलामी प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है.

Advertisement

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इस बाबत ईडी के कुछ अफसरों से मुलाकात की और मुंबई स्थित रिदम हाउस (Rhythm House) की नीलामी प्रक्रिया के बारे में बात की. रिदम हाउस को नीरव मोदी ने 2016 में 32 करोड़ में खरीदा था, ये दक्षिण मुंबई के काला घोड़ा इलाके में है. नीरव मोदी इस जगह पर एक रिटेल शोरूम खोलना चाहते थे.

मोदी की कंपनी ED के खिलाफ

दूसरी ओर, एक दिन पहले मंगलवार को नीरव मोदी की कंपनी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. ईडी ने नीरव के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) में मामला दर्ज किया और छापेमारी की कार्रवाई कर रही है.

नीरव की कंपनी फायरस्टार डाइमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने ये याचिका दाखिल की है. कंपनी ने कोर्ट से वित्त मंत्रालय और ईडी को कार्रवाई से पहले सर्च वारंट की कॉपी मुहैया कराने का आदेश देने की दिल्ली हाईकोर्ट से मांग की है. नीरव और चोकसी के फरार होने के बाद उनके खिलाफ ईडी, सीबीआई और अन्य एजेंसियां जांच कर रही है.

याचिका में कोर्ट से गुहार लगाकर धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) प्रावधानों को चैलेंज किया गया है, जिसमें नीरव मोदी की चल संपत्तियों को सीज करने संबंधी आदेश को रद्द करने की मांग भी शामिल है.

Advertisement

याचिका में नीरव मोदी की संपत्तियों को पीएनबी के साथ जब्त करने के आदेश को चुनौती दी है. नीरव के खिलाफ सर्च वारंट की कॉपी दिलवाने का भी आग्राह कोर्ट किया है. ईडी के दर्ज एन्फोर्समेंट केस इन्फर्मेशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) की कॉपी देने की मांग की है. इसके अलावा ईडी की सर्च और प्रोपर्टी  सीज करने को लेकर गाइडलाइन बनाने की मांग भी याचिका में की गई है.

Advertisement
Advertisement