केन्द्रीय वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने बैंकों से छोटे व्यापारियों, गरीबों को रिण देने में ढिलाई नहीं बरतने का निर्देश देते हुए कहा कि वे रिण चुकाने वाले अच्छे ग्राहक हैं. पी चिदम्बरम शनिवार को स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर (एसबीबीजे) के स्वर्ण जयन्ती वर्ष पर बैंक के मुख्यालय भवन परिसर में आयोजित एक समारोह को सम्बोधित कर रहे थे.
इससे पहले केन्द्रीय वित्त मंत्री ने समारोह स्थल से वीडियों काफ्रेंस के माध्यम से यहां से करीब 60 किलोमीटर दूर सांभर में एसबीबीजे बैंक की एक 1000वीं शाखा का लोकापर्ण किया. उन्होंने कहा कि सैलून, सब्जी विक्रेता, छोटे व्यापारी, जूता मरम्मत करने वालों को कामकाज के लिए कम रिण की जरूरत होती है और वे समय पर रिण का भुगतान भी करते हैं.
चिदम्बरम ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के बैंकों के राष्ट्रीयकरण करने के फैसले से ही गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों की पहुंच बैंकों तक हुई. बैंकिग सेवाएं और बैंकों से रिण लेना सभी का अधिकार है, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता. बैंक इसके लिए बाध्य हैं. उन्होंने कहा कि आगामी दिनों से नकदी अंतरण योजना के तहत सरकारी योजनाओं के लाभान्वितों को राशि उनके खाते में राशि जमा होने से भ्रष्टाचार, बिचौलियों और भुगतान में देरी से जुड़ी शिकायत समाप्त हो जाएगी.
योजना की सफलता बैंकों पर निर्भर है, इसलिए इसके क्रियान्वयन के प्रबंधन को सुनिश्चित करें. इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं की सफलता बैंकों पर निर्भर होने के कारण बैंकों को अपने काम में तेजी लानी होगी. सामाजिक सुरक्षा की जिम्मेदारी की चर्चा करते हुए कहा कि एसबीबीजे बैंक सामाजिक सुरक्षा की जिम्मेदारी को निर्वहन कर रहा है पर इसे और अधिक बढ़ावा देने की आवश्यकता है.
उन्होंने एसबीबीजे से प्रदेश में और बैंक शाखाएं खोलने का आग्रह किया जिससे गांव-गांव तक लोगों को बैंकिग सुविधाओं और सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके. केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री नमो नारायण मीणा ने कहा कि संप्रग सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की बैंकों के विस्तार की नीति के तहत गांव गांव को बैंकों से जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार देश भर में 2000 की आबादी वाले 45 हजार गावों में बैंक शाखाएं खोलने जा रहीं है जिसमें से 2800 गांव राजस्थान में है.