scorecardresearch
 

कारगर हो सकती है गरीबी हटाने की कांग्रेस की योजना: रघुराम राजन

Raghuram Rajan NYAY रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने इंडिया टुडे टीवी से खास बातचीत में यह माना कि कांग्रेस की गरीबी हटाने की स्कीम NYAY क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है. हालांकि उन्होंने इस बात के लिए चेताया भी कि फिलहाल राजकोष की हालत इसके लिए उपयुक्त नहीं है.

Advertisement
X
रघुराम राजन ने कहा NYAY को लागू करना संंभव (फोटो: रायटर्स)
रघुराम राजन ने कहा NYAY को लागू करना संंभव (फोटो: रायटर्स)

Advertisement

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने यह माना कि कांग्रेस की न्यूनतम आय गारंटी की प्रस्तावित योजना सैद्धांतिक रूप से अच्छी है और यह कारगर भी हो सकती है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए देश की वित्तीय वास्तविकताओं का ध्यान रखना होगा और अभी के वित्तीय हालत को देखें तो इतना खर्च संभव नहीं लगता. रघुराम राजन ने अपनी किताब 'द थर्ड पिलर' के लोकार्पण के मौके पर इंडिया टुडे टीवी से खास बातचीत में यह बात कही.

गौरतलब है कि 25 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के करीब 25 करोड़ गरीबों को फायदा पहुंचाने वाली एक महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो 5 करोड़ गरीब परिवारों को सालाना कम से कम 72,000 रुपये की आय सुनिश्चित की जाएगी. इसे न्यूनतम आय योजना या NYAY कहा गया.

Advertisement

रघुराम राजन ने कहा कि कांग्रेस की प्रस्तावित योजना से जमीनी स्तर पर तरक्की को बढ़ावा मिलेगा, हालांकि उन्हें इस बात को लेकर थोड़ा संदेह भी था कि भारतीय अर्थव्यवस्था इतने बड़े खर्च का वहन कर सकती है या नहीं. इस योजना के तहत सालाना करीब 3.6 लाख करोड़ रुपये का खर्च हो सकता है, जो कि सोशल स्कीम्स पर मोदी सरकार के 2019-20 के तय बजट 3.34 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. कांग्रेस ने कहा है कि न्याय को लागू करने में किसी मौजूदा योजना को खत्म नहीं किया जाएगा, तो इसका मतलब यह है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो सरकार को सामाजिक योजनाओं के लिए 6.94 लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी देनी होगी.

रघुराम राजन ने कहा, 'सही तरीके से लागू किया जाए तो मिनिमम गारंटी स्कीम से 'क्रांतिकारी बदलाव' लाए जा सकते हैं. इस योजना को तैयार करने के ऐसे तरीके हैं जिनसे जमीनी स्तर पर तरक्की हो सकती है. इससे लोग अपने वित्तीय निर्णय खुद ले सकेंगे. लेकिन सवाल ये है कि इसे लागू कैसे किया जाएगा? यह मौजूदा योजनाओं जैसी एक और योजना होगी या इनसे चीजों में क्रांतिकारी बदलाव आएगा?' हमारे पास गरीबी उन्मूलन को प्रभावी तरीके से लागू करने का एक मौका है. प्रभावी तरीके से लागू किया जाए तो यह योजना चीजों को बदल सकती है.

Advertisement

फिलहाल तो हालत तंग

हालांकि उन्होंने इस बात को लेकर सचेत भी किया कि देश की मौजूदा जो स्थ‍िति है वह इतने बड़े खर्च के लिए अनुकूल नहीं हैं. सरकार को यह देखना होगा कि वित्तीय गुंजाइश किस तरह की है. फिलहाल तो हालत बहुत तंग है. चुनाव के बाद इस पर विचार करना होगा कि क्या हालात हैं. अभी जो हालात हैं, उसमें तो अगर पूछा जाए कि क्या हम फिर 7 लाख करोड़ की और सब्सिडी जोड़ सकते हैं, तो जवाब न ही होगा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा था कि रघुराम राजन भी उन शीर्ष अर्थशास्त्रियों में शामिल थे, जिनसे न्यूनतम आय योजना का प्रारूप तैयार करने के लिए पार्टी ने सलाह ली है.

Advertisement
Advertisement