लोकसभा में जब अन्य सदस्य महंगाई जैसे अहम मसले पर हो रही चर्चा को बड़े गौर से सुन रहे थे, तब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नींद लेते पाए गए.
सीधे-सीधे जनता से जुड़े मसले के दौरान राहुल गांधी का सोते पाया जाना किसी को भी चौंकाने और नींद से जगाने के लिए काफी है.
एक ओर कांग्रेस लोकसभा में नेता विपक्ष की कुर्सी पाने के लिए कोर्ट तक जाने को तैयार दिख रही है, दूसरी ओर उनके 'युवराज' महंगाई जैसे मुद्दे पर एक तरह से संवेदनहीन ही नजर आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव के बाद 44 सीटों तक सिमट चुकी कांग्रेस ऐसे रवैए के साथ किस तरह विपक्ष के धर्म का निर्वाह करेगी, यह एक बड़ा सवाल है.
लोकसभा टीवी से लिया गया यह शॉट सोशल मीडिया पर लोगों ने साझा किया, इसे बड़ी दिलचस्पी के साथ देखा और उस पर चुटीली टिप्पणियां भी की. एक तरफ कांग्रेस ने इस आरोप को खारिज किया कि राहुल सो रहे थे, वहीं भाजपा ने यह कहते हुए कटाक्ष किया कि कांग्रेस महंगाई के मुद्दे पर पिछले 10 साल से ऐसा ही करती आ रही है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘यह सच नहीं है. मैं इस आरोप को सिरे से नकारता हूं.’ सिंघवी ने कहा कि मामले को सनसनीखेज तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने आश्चर्य जताते हुए यह भी कहा कि क्या ऐसे मुद्दे उठाना शोभा देता है. सिंघवी ने कहा कि पिछले सात हफ्ते से सरकार ने ‘ओछी और बदले की राजनीति’ की है.
कमाल है राहुल जी...
खैर, जब राहुल गांधी की वह तस्वीर आई, तो सोशल मीडिया में उसे खूब शेयर किया गया. कमेंट्स की बौछार हो गई. भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस पिछले 10 साल से सो रही थी. और आज जब संसद में महंगाई पर चर्चा हो रही थी तो कांग्रेस के युवराज ही सो गए.’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस महंगाई और कीमतों में बढ़ोत्तरी पर चर्चा करने को तैयार नहीं है. उन्होंने इस शब्द को सिर्फ नारेबाजी के लिए इस्तेमाल किया. कांग्रेस कीमतों में बढ़ोत्तरी के मुद्दे पर कभी गंभीर नहीं रही और इसलिए राहुल गांधी इतने बोर हो गए कि उन्हें नींद आ गई.’
Rahul Gandhi was seen sleeping in Parliament during a debate on price rise. That's what the Congress was doing during their 10 yr rule.
— Shahnawaz Hussain (@ShahnawazBJP) July 9, 2014
It's not his fault ..it's "Jet-Lag" .... pic.twitter.com/Qsl48wNwoc
— Sambit Patra (@sambitswaraj) July 9, 2014
भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि ‘एक तुच्छ और बेजान मुद्दे’ को गैर-जरूरी तरीके से तूल दिया जा रहा है. शुक्ला ने कहा, ‘सबसे पहली बात है कि यह कोई विवाद नहीं है. यह एक तुच्छ और बेजान मुद्दा है जिसे गैर-जरूरी तरीके से तूल दिया जा रहा है. मेरे संसदीय करियर के पिछले 14 साल में मैंने संसद में शाहनवाज हुसैन की अपनी पार्टी भाजपा के कई लोगों को सोते और झपकी लेते देखा है.’ उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी लोग अपनी आंखें बंद कर लेते हैं और बहुत धैर्य से भाषण सुनते हैं. राहुल गांधी के साथ भी ऐसा ही हुआ होगा. अटल बिहारी वाजपेयी वाद-विवाद के दौरान अपनी आंखें बंद कर लेते थे. इसका क्या मतलब है?’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘भाजपा के कई मंत्री अब भी सोते या झपकी लेते हैं जिन्हें वे ‘कैटनैप’ कहते हैं. हो सकता है राहुल गांधी धैर्य से सुन रहे हों. आप गैर-जरूरी तरीके से इसे बढ़ाचढ़ाकर पेश कर रहे हैं.’
इस बीच, एनसीपी भी राहुल के बचाव में आई और कहा कि आंखें बंद करने का मतलब सोना ही नहीं होता. एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘संसद में कई लोग अपनी आंखें बंद कर लेते हैं. इसका मतलब यह नहीं कि वे सो रहे हैं.’