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रुपये की गिरती कीमत से परेशान RBI ने कई कदमों का किया एलान

पिछले कुछ सप्ताह से डालर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट को थामने के लिए रिजर्व बैंक ने बैंकों के लिए उधारी दरें बढ़ाने सहित कई उपायों की घोषणा की. आरबीआई ने सोमवार को बैंक दर 2 प्रतिशत अंक बढ़ाकर 10.25 प्रतिशत कर दी.

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया

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पिछले कुछ सप्ताह से डालर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट को थामने के लिए रिजर्व बैंक ने बैंकों के लिए उधारी दरें बढ़ाने सहित कई उपायों की घोषणा की. आरबीआई ने सोमवार को बैंक दर 2 प्रतिशत अंक बढ़ाकर 10.25 प्रतिशत कर दी.

आरबीआई द्वारा यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब कुछ ही घंटे पहले रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से मुलाकात की और रुपये में गिरावट के मुद्दे पर उनसे चर्चा की.

बैंक ने इसके साथ ही खुले बाजार के अपने संचालन के तहत 18 जुलाई को 12,000 करोड़ रुपये मूल्य की सरकारी प्रतिभूतियां बेचने का भी फैसला किया है.

आरबीआई द्वारा सोमवार देर शाम जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, पिछले छह सप्ताह के दौरान रुपये में काफी गिरावट आई है. अमेरिका में आर्थिक प्रोत्साहन उपायों को धीरे-धीरे समाप्त किए जाने की धारणा के चलते भारतीय बाजारों से विदेशी निवेशकों ने अपने हाथ खींचने शुरू कर दिए थे.

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आरबीआई ने कहा कि इसका असर पिछले छह सप्ताह के दौरान रुपये की विनिमय दर पर दिखा. उंचे चालू खाते के घाटे को देखते हुए इसका असर भारत पर भी पड़ा. उल्लेखनीय है कि डालर के मुकाबले रुपया हाल में 61.21 रुपये प्रति डालर के अब तक के सबसे निचले स्तर को छू गया था.

केंद्रीय बैंक ने डालर रुपये की विनिमय दर में स्थिरता लाने के लिए तत्काल प्रभाव से बैंकों की सीमांत स्थायी सुविधा को रेपो दर की तुलना में 3 प्रतिशत बढ़ाकर 10.25 प्रतिशत कर दिया. इस लिहाज से बैंक दर भी तुरंत प्रभाव से 10.25 प्रतिशत हो गई है.

आरबीआई ने अपने खुले बाजार हस्तक्षेप के तहत 12,000 करोड़ रुपये की सरकार प्रतिभूतियां बेचने का भी फैसला किया, ताकि बाजार में नकदी का प्रवाह घटाया जा सके. इस बारे में बैंकवार ब्यौरा मंगलवार को जारी किया जाएगा.

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