ग्रीस के आर्थिक संकट के चलते भारत से पूंजी निकासी जोर पकड़ सकती है. शेयर बाजार में सोमवार को सप्ताह के पहले दिन ही जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. जिसपर सरकार की तरफ से वित्त सचिव राजीव महर्षि ने कहा कि ग्रीस के हालात का भारत पर सीधा असर तो नहीं होगा पर यूरोप के जरिए पूंजी प्रवाह और निकासी पर इसका असर पड़ सकता है.
भारत पर खतरा?
यूरोप में ब्याज दरें बढ़ सकती है और ब्याज दरों की बढ़ोतरी से भारत से पूंजी निकासी पर खासा दबाव पड़ सकता है. हालात बहुत तेजी से बदल रहे हैं. इस संकट से यूरो डामाडोल हो सकता है जिससे भारत पर इसके असर से इनकार नहीं किया जा सकता है.
महर्षि ने कहा जितना असर यूरो पर होगा उतना ही अप्रत्यक्ष असर भारत पर भी होगा यदि यूरो बांड पर मुनाफा बढ़ता है तो भारत में निवेश और निकासी दोनों की स्थिति बदल सकती है.
आगे का कुछ नहीं पता क्या होगा?
ग्रीस संकट पर भारत और विश्व के भविष्य के माथे पर चिंता की लकीरे साफ दिख रही है. कोई भी ये कहने की स्थिति में नहीं कि कल क्या होगा?
जिस पर महर्षि ने भी कहा कि कोई इसकी भविष्यवाणी नहीं कर सकता कि हालात कैसे हौंगे.
RBI ही बचा सकता है ग्रीस संकट से
जब महर्षि से पूछा गया कि ग्रीस संकट पर सरकार के क्या बन्दोबस्त है तो वो कहने लगे की वो अभी आरबीआई के संपर्क में है लकिन उन्हें क्या और कैसे करना है वो ही तय करेंगे. रघुराम राजन की मंदी की भविष्यवाणी ग्रीस संकट में नया ट्विस्ट लती है. अब ग्रीस संकट पर RBI गवर्नर के कमेंट का इंतजार है.
ग्रीस ने आज पूंजी पर नियंत्रण लागू कर दिया और कम से कम छह जुलाई तक के लिए बैंक बंद कर दिए . गौरतलब है कि प्रधानमंत्री एलेक्सिस तसिप्रस ने यूरोपीय कर्जदाता देशों के प्रस्तावित राहत पैकेज पर पांच जुलाई को जनमत संग्रह का एलान किया है.