रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए गवर्नर शक्तिकांत दास पद भार संभालने के 24 घंटे के भीतर एक्शन मोड में आ गए हैं. वह गुरुवार को बैंकिंग सेक्टर के अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे. इस संबंध में उन्होंने बुधवार को जानकारी दी.
शक्तिकांत दास ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वह गुरुवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के सीईओ और एमडी के साथ बैठक करेंगे. उन्होंने कहा, 'बैंकिंग हमारी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह काफी चुनौतियां झेल रहा है. इससे निपटने की जरूरत है. बैंकिंग ऐसा सेक्टर है जिसपर मैं तत्काल ध्यान देना चाहूंगा.'
14 दिसंबर को आरबीआई की बोर्ड बैठक
दास के मुताबिक सरकारी बैंकों के बाद वह निजी बैंकों के साथ भी बैठक करेंगे. उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर को रिजर्व बैंक की बोर्ड बैठक होगी. इसके साथ ही कैपिटल रिजर्व पर जल्द ही एक कमिटी बनाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने ब्याज दरों पर मॉनिटरी पॉलिसी फैसला करेगी.
आरबीआई-सरकार विवाद पर क्या बोले
इस दौरान शक्तिकांत दास ने पूर्व गवर्नर और सरकार के संबंध के सवाल का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इसकी मुझे जानकारी नहीं है. मैं उस पर नहीं जाऊंगा. हमें सभी हितधारकों से बात करनी चाहिए. सरकार सिर्फ हितधारक ही नहीं है बल्कि अर्थव्यवस्था को वही चलाती है. इसलिए सरकार और आरबीआई के बीच बातचीत होनी चाहिए.'
RBI Guv on Centre-RBI relations : I don't know if the relationship is good or not but we have to have stakeholders consultation. Govt is not just a stakeholder but also runs the country,economy&manages major policy decisions. So, there has to be discussion between govt and RBI. pic.twitter.com/ux7RcsJFRx
— ANI (@ANI) December 12, 2018
सोमवार को उर्जित पटेल ने दिया था इस्तीफा
बता दें कि रिजर्व बैंक की स्वायत्तता सहित कई मुद्दों पर केंद्र सरकार के साथ मतभेद के बीच रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया था. हालांकि, उन्होंने इसके पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया. पटेल के इस्तीफे के अगले ही दिन मंगलवार को शक्तिकांत दास को आरबीआई के गवर्नर पद पर नियुक्त किया गया.